लखनऊ: दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ पर  अध्यक्ष खाद्य सुरक्षा एवं मानव प्राधिकरण, भारत सरकार के श्री चन्द्रमौलि ने खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के मूलभूत ढांचे पर चर्चा करते हुए खाद्य पदार्थों के सदर्भ में आम उपभोक्ताओं की चुनौतियों तथा वर्तमान के खाद्य पदार्थों में मिलावट के मुद्दों पर विशेष चर्चा की तथा चेतावनी देते हुए बताया कि इस क्षेत्र में हम सभी को जागरूक होने की विशेष आवश्यकता है। उन्होने कहा कि उ0प्र0 में वर्तमान में यदि व्यवहारिक रूप से आंकलन किया जाय तो किसी न किसी रूप में लगभग करोड़ों की संख्या में खाद्य पदार्थाें को निर्मित करने वाले व्यवसायियों की संख्या है, जहाॅ खाद्य पदार्थो के मानकों के निर्धारण तथा खाद्य सुरक्षा की गारण्टी का होना प्रबल चुनौतीपूर्ण कार्य है।

दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ के अंतर्गत ‘‘खाद्य संरक्षा एवं मानक जागरूकता अभियान’’ का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के0 चन्द्रमौलि, अध्यक्ष खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, भारत सरकार के द्वारा किया गया तथा हरी झंडी दिखाकर प्रचार रथो कों लखनऊ एवं कानपुर जनपदों के लिए रवाना किया गया। 

महानिदेशक संस्थान, एन0एस0 रवि ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए खाद्य संरक्षा एवं मानक विषयों के सामान्य बिन्दुओं पर व्याख्यान दिया तथा सभी से स्वच्छता अभियान को आन्दोलन के रूप में आत्मसात करने की अपील की। एक दिवसीय जागरूकता अभियान कार्यशाला की अध्यक्षता महानिदेशक संस्थान, एन0एस0 रवि द्वारा की गयी। उन्होंने कहा कि हम लोगों की संस्कृति में ऐसा व्याप्त हो गया है कि शारीरिक स्वास्थ्य को न ध्यान में रखते हुए स्वाद को अधिक महत्व देते हैं। ऐसी विषम परिस्थितियों में पाइलेट परियोजना के रूप में प्रथम चरण में प्रदेश के 08 जनपदों यथा- लखनऊ, कानपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, आगरा, बरेली, वाराणसी एवं गोरखपुर को चिन्ह्रित कर जागरूकता अभियान तथा सम्बंधित गतिविधियों को संचालित करने की आवश्यकता के दृष्टिगत आज प्रचार रथों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम को राज्य ग्राम्य विकास संस्थान तथा अधीनस्थ प्रदेश के समस्त क्षेत्रीय/जिला ग्राम्य विकास संस्थानों द्वारा परियोजना कार्मिकों के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम की जानकारी का होना अत्यन्त आवश्यक है, जिससे उचित स्तर पर शिकायत करके ऐसे कतिपय खाद्य पदार्थ निर्माताओं के विरूद्ध कार्यवाही सम्पादित करायी जा सके, जिसके लिए खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन उ0प्र0 के अधिकारियों का सहयोग अत्यन्त अपेक्षित है।

कार्यशाला में खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण भारत सरकार, राज्य खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन तथा संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। खाद्य संरक्षा एवं मानक जागरूकता अभियान के शुभारम्भ की कार्यशाला की व्यवस्था संयुक्त निदेशक, डाॅ0 डी0सी0 उपाध्याय, संस्थान द्वारा की गयी तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन भी उन्ही के द्वारा किया गया।