लखनउ। स्वामी विवेकानन्द की 152वीं जयन्ती के अवसर पर अमीनाबाद झण्डेवाला पार्क स्थित स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा पर राज्यपाल राम नाइक द्धारा माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन को आज की युवा पीढी के लिये आदर्श बताते हुये कहा कि 39 वर्ष की अल्पायु आयु में ही स्वामी विवेकानन्द ने विश्व में भारतीय संस्कृति परचम लहराया। राज्यपाल ने स्वामी विवेकानन्द द्धारा शिकागो में दिये भाषण मेरे भाइयों और बहनों एवं वसुधैव कुटुम्बकम् का उल्लेख करते हुये कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने प्रथम बार विश्व को भारतवर्ष के सामाजिक-नैतिक मूल्यों व भारतीय संस्कृति की व्यापकता से परिचित कराया। राज्यपाल ने  स्वामी जी का उल्लेख करते हुये कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने कहा था कि मेरे साथ यदि 1000 युवा देश सेवा हेतु पूर्ण समर्पण भाव से आ जायें तो मैं इस देश की दिशा परिवर्तित कर दूॅंगा। राज्यपाल ने कहा कि देश के महापुरुषों की जयन्ती मनाने का उद्देश्य, देश के प्रति महापुरुषों  द्धारा किये गये महान कार्यों को याद करके हमारे समाज व युवा पीढी का पथ प्रदर्शन करना हैं। 

श्री श्री चित्रगुप्त जनकल्याण समिति द्धारा आयोजित इस कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष व पूर्व नेता विधान परिषद उ0प्र0  विन्ध्यवासिनी कुमार ने इस पार्क को देश की  आजादी के घटनाक्रम से जोडते हुये, गाॅंधी जी द्धारा झण्डारोहरण,सुभाष चन्द्र बोस व आचार्य नरेन्द्र देव का उद्बोधन आदि ऐतहासिक घटनाओं का साक्षी बताते हुये कहा कि लखनउ में स्वतंत्र भारत का प्रथम झण्डारोहण इसी पार्क में हुआ था। विन्ध्यवासिनी कुमार ने कहा कि गत कई वर्षो से आज के दिन स्वामी विवेकानन्द जी की इस प्रतिमा पर माल्यार्पण करते आ रहे हैं, परन्तु वर्तमान में पार्क अत्यन्त जर्जर अवस्था में हैं, विन्ध्यवासिनी कुमार की माॅंग पर राज्यपाल ने  पार्क की स्थिति सुधारने हेतू उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।

 इस अवसर पर पूर्व लोकायुक्त ज्ञान चन्द्रा लोक भारती के बृजेन्द्र जी,आर्ट आफ लिविंग से जयति,अनूप, चित्रगुप्त सभा इन्दिरानगर के राजेन्द्र व विनोद जी,भाजपा से किशन राजपूत, हरीश जी, व्यापार मण्डल के रवीन्द्र, अधिवक्ता हाइकोर्ट गिरिश चन्द्र, डा0 सरिता, नीरज सक्सेना, नेहा, अर्पित, आदि गणमान्य लोगों ने स्वामी विवेकानन्द जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।