नई दिल्ली। दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से बीजेपी ने चुनावी बिगुल फूंका। प्रधानमंत्री मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए पहले महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड के मुख्यमंत्रियों को बधाई दी। इसके साथ ही मोदी ने जम्मू-कश्मीर की जनता को भारी मतदान के लिए भी बधाई दी।

मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता ने विघटनकारी शक्तियों के बावजूद वहां की जनता ने भारी मतदान किया। इसलिए जम्मू-कश्मीर की जनता को मैं लाख-लाख बधाई देता हूं। मैं वहां की जनता का आभारी हूं। मोदी ने कहा कि जो देश की जनता का मूड है वही दिल्ली की जनता का मिजाज है।

मोदी ने रामलीला मैदान में जनता को संबोधित करते हुए पानी का मुद्दा उठाया। मोदी ने कहा कि 2002 से ढेर सारे मसले फाइलों में बंद पड़े थे। यहां की सरकारों को समस्याओं के समाधान की कोई सुध नहीं थी। वेंकैया नायडू ने विकास के नए रास्ते खोले, सरकार में काम कैसे किया जाता है इसका उदाहरण वेंकैया नायडू हैं। हरियाणा और दिल्ली में कांग्रेस की सरकार, लेकिन समस्याएं जस की तस थी। वेंकैया को बधाई कि हरियाणा के सीएम से बात कर हरियाणा की चिंता और दिल्ली के पानी की चिंता की और समस्या के समाधान के लिए कदम उठाया।

मोदी ने गरीबी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पहले की सरकारों ने गरीबी हटाने के नारे तो बहुत दिए गए लेकिन गरीबी हटाने का काम नहीं किया गया। इससे गरीबी बढ़ती गई। कुर्सी पाने के लिए गलत और झूठे हथकंडे अपनाए। इसी के बाद हम ऐसी राजनीति लेकर आए हैं जो जाति, संप्रदाय और प्रांत वाद से परे है और विकासवाद पर चल रही है। अब विकास करना है तो सिर्फ घोषणाओं से नहीं होता है। कड़ी मेहनत लगती है, हर चीज की बारीकियों में जाकर कठिनाइयों से दूर करना पड़ता है, तब समस्याओं का समाधान होता है।

प्रधानमंत्री ने रैली में जन धन योजना की सफलता का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब 40 साल पहले बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया। उस वक्त कहा गया कि बैंक अमीरों के कब्जे में है और इन बैंकों का लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा। राष्ट्रीयकरण के बाद ही गरीबों को लाभ मिलेगा। लेकिन दुख की बात कि कांग्रेस सरकार ने बैंकों पर कब्जा कर भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया। मैं दिल्ली वालों से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस राज में कभी किसी गरीब को बैंक में देखा था, क्या किसी गरीब का बैंक में खाता खुलता था। अमीरों के लिए कौन सरकार चलाते थे और गरीबों के लिए कौन मेहनत से काम कर रहा है, ये साफ हो जाता है।

मोदी ने कहा कि 15 अगस्त को घोषणा की थी कि गरीबों के लिए बैंकों में खाते खोलेंगे, जीरो बैलेंस से खोलेंगे, और हमने ऐसा कर दिखाया। बैंक घर-घर जाने को मजबूर हुए। जिस देश में एक करोड़ खाते खोलने में साल लगता था। इस सरकार ने एक सप्ताह में कर दिखाया। 15 अगस्त के बाद काम शुरू किया। 26 जनवरी तक 5 करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य था। जनवरी की 10 तारीख तक करीब 11 करोड़ खाते खुल गए हैं।

मोदी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दो चार अमीरों को गाली देने से काम नहीं चलेगा। आम आदमी पार्टी दिल्ली में सस्ती बिजली देने का वायदा करती है, लेकिन जब लोगों को बिजली मिलेगी ही नहीं तो ज्यादा बिल कहां से आएगा। मोदी ने कहा कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी तो हम 24 घंटे बिजली देंगे। इसके साथ ही दिल्ली के लोगों को मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की तरह बिजली कनेक्शन में भी पोर्टेबिलिटी की सुविधा मिलेगी।