जम्मू। राज्य में जहां एक ओर राजनीतिक पार्टियां जनता को स्थायी सरकार देने के प्रयासों में जुटी हैं, वहीं दूसरी ओर आतंकी संगठनों और अलगाववादी संगठनों ने भाजपा के साथ बनने वाली किसी भी सरकार के मुखालिफत करने की चेतावनी दी है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, पीडीपी 28 और भाजपा 25 सीटों के साथ राज्य की दो सबसे बड़ी पार्टियां बनकर उभरी हैं। ऎसे में राज्य में गठबंधन सरकार का आना तय माना जा रहा है।

कश्मीर के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने एक बयान में कहा कि जम्मू कश्मीर में किसी भी सरकार का बनना कश्मीर की जनता के साथ धोखा है और इसका नतीजा कश्मीरियों की अस्मिता पर हमला होगा। आतंकी संगठन ने कहा कि इससे एक ऎसी सरकार बनेगी जो राज्य के संसाधनों की अंधाधुंध लूट में लग जाएगी और राज्य के खजाने को खाली कर देगी।

यूनाइटेड जिहाद कौंसिल के प्रवक्ता सलीम हाशमी ने कहा कि, राज्य में 8 लाख सैनिकों की उपस्थिति में कराया गया चुनाव एक व्यर्थ की एक्सरसाइज है जिसका नतीजा शून्य होगा। आम कश्मीरी इस चुनाव के खिलाफ है और अपनी आजादी के लिए लड़ते रहेंगे। 

हिजबुल चीफ सैयद सलाहुद्दीन ने कहा कि कश्मीर में आई बाढ़ के समय न तो मोदी सरकार ने सहायता दी और न ही किसी तरह की सहायता राज्य के लोगों तक पहुंचने दी। इससे मोदी सरकार का साम्प्रदायिक, एंटी कश्मीरी और एंटी-मुस्लिम चेहरा सामने आ गया है। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने भी कहा कि भाजपा के समर्थन वाली सरकार बनना किसी भी तरह से कश्मीरियों के हित में नहीं होगा।