नई दिल्ली। सुनंदा पुष्कर की मामले में दिल्ली पुलिस ने लगभग एक साल बाद हत्या का मामला दर्ज किया है। इस मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है। तत्कालीन केन्द्रीय शशि थरूर की पत्नी सुनंदा का शव पिछले साल दिल्ली की लीला होटल के कमरे में मिला था। दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने मंगलवार को बताया था कि सुनंदा की हत्या हुई थी और उनकी मौत अप्राकृतिक थी। 

वहीं इस मामले में कांग्रेस शशि थरूर के साथ है। सूत्रों का कहना है कि वे ताजा घटनाक्रम के बाद थरूर पर पार्टी छोडऩे का दबाव नहीं बनाएंगे। इस बारे में मंगलवार को कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी मंगलवार को कहा था कि शशि थरूर भी इस मामले में जांच चाहते है। वहीं थरूर ने कहाकि एफआईआर पर सवाल उठाए हैं। वे बदले घटनाक्रम से काफी नाराज और नाखुश है। उन्होंने कहाकि, दिल्ली पुलिस ने अचानक से अपना स्टैंड कैसे बदला। 

दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी लेकिन अब भी कई सवाल अनसुलझे हैं। सवाल उठते हैं कि एफआईआर दर्ज करने में इतना समय क्यों लगा? मौत के बाद जिस डॉक्टर ने सुनंदा की जांच की थी, मेडिकल रिपोर्ट में उसके बयान क्यों नहीं है? सुनंदा के कमरे से नींद की गोलियों दो खाली स्ट्रीप मिली थी लेकिन विसरा जांच में इसका प्रमाण नहीं मिला था। तो फिर नींद की गोलियों की स्ट्रीप कहां से आई? क्या जांच में अब ज्यादा देर नहीं हो गई है?