नई दिल्ली। दिल्लीवासियों को जल्द ही महज 10 रुपये के शुरुआती भुगतान पर एलईडी बल्ब दिए जाएंगे। यही नहीं राजधानी की सड़कों पर भी सामान्य बल्बों की जगह एलईडी बल्बों का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस योजना का उद्घाटन किया। उधर, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा है कि एलईडी बल्ब के वितरण को आधार कार्ड से जोड़ा जा सकता है ताकि इसमें पारदर्शिता बनी रहे और धांधली की गुंजाइश न रहे। प्रधानमंत्री ने सामान्य बल्बों को एलईडी बल्बों से बदलने की योजना की शुरुआत खुद साउथ ब्लॉक में एक बल्ब की जगह एलईडी बल्ब लगाकर की।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों का आह्वान किया कि वो नव वर्ष या दीपावली के उपलक्ष्य में एक-दूसरे को डायरी या अन्य गिफ्ट की बजाय यदि एलईडी बल्ब दें तो ऊर्जा की बचत की दिशा में ये एक महत्वपूर्ण कदम होगा। प्रधानमंत्री ने उद्योगपतियों से भी अपने कर्मचारियों को गिफ्ट के रूप में एलईडी बल्ब बांटने की सलाह दी।

पीएम ने इस अवसर पर एक वेबसाइट भी लॉन्च की जिसकी मदद से एलईडी बल्ब लेने के इच्छुक लोग रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। एलईडी बल्ब बांटने का काम मार्च से चरणबद्ध तरीके से शुरू हो जाएगा। दिल्ली में सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 10 रुपये के शुरुआती भुगतान पर एलईडी दे दिए जाएंगे और 12 महीने तक 10 रुपये के हिसाब से उनके बिजली बिल से पैसा वसूला जाएगा।

पीयूष गोयल के मुताबिक इस कार्यक्रम के तहत 130 रुपये में लोगों को एलईडी बल्ब दिए जाएंगे जबकि बाजार में इसकी कीमत 350 से 600 रुपये तक है। परियोजना के तहत मकानों एवं सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था के लिए 100 शहरों में एलईडी बल्ब लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसे मार्च, 2016 तक पूरा किया जाएगा।

ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कार्यक्रम के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि यदि भारत में 77 करोड़ बल्बों को एलईडी से बदल दिया जाए तो 26 अरब किलोवाट बिजली बचाई जा सकती है। उन्होंने ट्वीट किया कि देश में 3 करोड़ स्ट्रीट लाइट में एलईडी का इस्तेमाल कर 5 अरब किलोवाट बिजली हर साल बचाई जा सकती है जिससे 3 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी।