नई दिल्ली: राजस्थान में अशोक गहलोत (ashok gehlot) सरकार पर मंडरा रहा खतरा अब टलता दिख रहा है, क्योंकि सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में 107 विधायकों ने हिस्सा लेने का दावा किया जा रहा है| सीएम अशोक गेहलोत के घर पर हुई इस बैठक के बाद विधायकों के साथ मुख्यमंत्री ने विक्ट्री साइन दिखाकर सरकार की मज़बूती को दर्शाया है।

109 विधायकों के समर्थन का दावा
कांग्रेस का दावा है कि उसके पास 109 विधायकों का समर्थन है। रिपोर्ट के अनुसार 107 एमएलए विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। इसके बाद अब सबकी नजर सचिन पायलट (sachin pilot) पर है, जो सोमवार को विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए।

स्थिर है सरकार
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इससे पहले कहा कि गहलोत सरकार के पास जादुई आंकड़ा मौजूद है. राज्य सरकार कहीं नहीं जाएगी. ” पार्टी नेताओं के मुताबिक विधायक दल की बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस के साथ साथ बीटीपी के दो, माकपा के एक, राष्ट्रीय लोकदल के एक विधायक सहित अनेक निर्दलीय विधायक पहुंचे हैं.

प्रियंका ने संभाला मोर्चा
इस बीच बताया जा रहा है कि पार्टी से नाराज चल रहे सचिन पायलट को मनाना का काम जारी है और इस मोर्चे को खुद प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) ने संभाला है। प्रियंका सचिन पायलट और अशोक गहलोत से बात कर राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट को दूर करने की कोशिश कर रही हैं।

सुरजेवाला ने कही यह बात
सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने कहा है कि सचिन पायलट से पिछले 48 घंटे में कई बार बात हुई है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के दरवाजे खुले हैं और पार्टी किसी की समस्या के समाधान के लिए बात करने को तैयार है। रणदीप सुरजेवाला (randeep surjewala) ने साथ ही कहा कि जिस घर में बर्तन होते हैं वहीं खटकते हैं लेकिन ये साफ है कि राजस्थान में सरकार को कोई खतरा नहीं है।