मुंबई:
महाराष्ट्र में शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव सरकार किसी भी समय गिर सकती है. इस बीच एकनाथ शिंदे के साथ कुशः और विधायक भी जुड़ गए हैं और अब संख्या बल 45 बताया जा रहा है जिसमें 38 विधायक शिवसेना के हैं जो गुवाहाटी में मौजुद हैं और तीन और विधायक मुंबई में बताये जा रहे हैं जिन्हें शिंदे का समर्थन मिला हुआ है.

ताज़ा घटना क्रम के मुताबिक संजय राउत ने कहा, “मैं किसी खेमे के बारे में बात नहीं करूंगा, मैं अपनी पार्टी के बारे में बात करूंगा. हमारी पार्टी आज भी मजबूत है. शिंदे की टीम में गए करीब 20 विधायक हमारे संपर्क में हैं. जब वे मुंबई आएंगे, तो आपको पता चल जाएगा. साथ ही जल्द ही यह खुलासा हो जाएगा कि ये विधायक किन परिस्थितियों और दबाव में हमें छोड़कर चले गए थे.”

वहीँ गुवाहाटी के जिस होटल में शिवसेना के बागी विधायक ठहरे हुए हैं वहां आज तृणमूल कांग्रेस की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया. होटल के बाहर बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता जमा हुए और भाजपा विरोधी नारे लगाने लगे. इनका कहना था कि विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही है जिसे रोका जाए. पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया है. इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा कर रहे थे.

इधर एनसीपी की आज हुई मीटिंग में शरद पवार ने बताया कि उन्होंने सीएम उद्धव को कड़ा कदम उठाने को कहा है. बताया गया है कि एनसीपी उनके साथ है. पवार ने कहा कि अगर सत्ता जाती भी है तो वे उस संघर्ष के लिए भी तैयार हैं. शरद पवार के घर यह मीटिंग करीब एक घंटे चली. इसके बाद मंत्री और एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि फ्लोर टेस्ट की नौबत आएगी. हम बातचीत से मुद्दा सुलझा लेंगे. कहा गया कि सरकार बचाने की पूरी कोशिश की जाएगी.