भोपाल: मध्य प्रदेश के हिंदू महासभा के नेता और बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर पार्टी के अंदर ही घमासान मचा हुआ है. बता दें कि बाबूलाल उस वार्ड से पार्षद हैं जहां गोडसे का मंदिर बना था. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी में उनका स्वागत किया. अब कमलनाथ के करीबी दिग्विजय सिंह ने भी निराशा जताते हुए शर्मिंदगी का इज़हार किया है|

क्या प्रज्ञा को भी पार्टी में शामिल करेगी कांग्रेस
वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव पूछ रहे हैं कि क्या भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर भविष्य में कांग्रेस में प्रवेश करेगी तो क्या कांग्रेस उसे स्वीकार करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा, कौन हैं बाबूलाल चौरसिया, एक कातिल विचारधारा, जिसने महात्मा गांधी की हत्या की वो आज भी जिंदा है, हम इस पर शर्मिंदा हैं.

पार्टी के स्टैण्ड पर सवाल
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि गोडसे का मंदिर बनवाना और फिर उसको गांधी की विचारधारा से मिलाना, यह उन्हें उचित नहीं लगा, इसलिये उन्होंने विरोध में अपना विचार प्रकट किया है. कांग्रेस के कुछ नेता तो इस मुद्दे पर मुखर हैं तो कुछ समझ नहीं पा रहे हैं कि पार्टी का आधिकारिक स्टैंड क्या है.