लखनऊ: लक्ष्य की महिला टीम ने ई वी रामास्वामी नायकर की जयंती के अवसर पर “अंधविश्वास व पाखण्डवाद से ऊपर उठकर सोचना ही विज्ञान है” के विषय पर एक चर्चा का आयोजन लखनऊ के आशियाना में स्थित लक्ष्य कमांडर स्मिता चंद्रा के निवास पर किया तथा इस विषय में ई वी रामास्वामी नायकर की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला गया । यहाँ यह बता दें कि ई वी रामास्वामी नायकर ने अंधविश्वास व पाखण्डवाद के खिलाफ जोरदार बिगुल बजाया था जिसका असर अभी तक दक्षिण भारत में देखा जा सकता है ।

अंधविश्वास व पाखंडवाद के दलदल में कभी भी मनुष्य का भला नहीं हो सकता है यह तो कुछ स्वार्थी लोगों की चाल है ताकि वे बहुजन समाज के लोगों को मूर्ख बनाकर अपना उल्लू सीधा कर सकें और देश की धन धरती पर बिना कुछ किए ही कब्ज़ा बनाए रखें और सामाजिक स्तर पर अपने को ऊँचा और बहुजन समाज के लोगों को नीचा बनाकर रखा जा सके । हम लोग अर्थात् बहुजन समाज इस बात का गवाह है, दक्षिण भारत में इसी अंधविश्वास व पाखंडवाद के खिलाफ ई वी रामास्वामी नायकर ने जोरदार आंदोलन चलाया था और बहुजन समाज के लोगों को विशेष तौर से पिछड़ा वर्ग के लोगों को वैज्ञानिक मार्ग से अवगत कराया यह बात लक्ष्य की महिला कमांडरों ने अपने सम्बोधन में कही ।

उन्होंने कहा कि मनुष्य के उत्थान का एक ही मार्ग है और वह है विज्ञान । अंधविश्वास और पाखंडवाद से कभी भी बहुजन समाज का भला नहीं हो सकता है इसलिए बहुजन समाज के लोगों विशेषतौर से महिलाओं को इस बीमारी से दूर रहना चाहिए और वैज्ञानिक मार्ग को ही अपनाना चाहिए जो विकास की ओर जाता है ।

इस चर्चा में लक्ष्य कमांडर चेतना राव, विजय लक्ष्मी गौतम, सरिता सत्संगी, चंदा, छाया कौशल, अनीता गौतम, ममता प्रसाद, एडवोकेट लक्ष्मी गौतम, नीलम चौधरी, रागनी चौधरी, सुजाता सिंह, रश्मि सिंह, प्रीती सिंह, मीनू गौतम, राखी सिंह, प्रतिभा रत्न भास्कर व परी आदि ने हिस्सा लिया ।