लखनऊ: शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी द्वारा वक्फ संपत्ति में बेइमानी की खबर सामने आई है और उन्होंने कहा है कि मुतवल्लियों ने एक हजार करोड़ रुपये की समर्पित संपत्तियां बेची हैं ।वक्फ बोर्ड ने यह सूचना वक्फ मंत्री को भेजी जिसके आधार पर उन्होंने इस मामले की जांच ए0सी0ओ0 के हवाले की है।

इस पूरे मामले पर मौलाना जव्वार हुसेन और मौलाना शबाहत हुसैन ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि इस जांच से कोई लाभ नहीं होगा। इस जांच का हश्र भी सी0बी0सी0आई0डी0 जांच के जैसा होगा। राज्य सरकार ने इससे पहले भी सी0बी0सी0आई0डी0 द्वारा वक्फ की जांच कराई थी और जांच में भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर हुई थी और गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुए थे लेकिन सरकारी दबाव के बाद वारंट से अपराधियों का नाम हटा दिया गया इस लिये ए0सी0ओ0 की जांच के बाद जिन्हें दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी इसकी क्या उम्मीद रखी जा सकती है। एक हजार करोड़ रुपये का घोटाला मामूली नहीं है इस लिये उसकी जांच सी0बी0आई0 के सिपुर्द की जाये अगर सरकार की नीयत साफ है और वह वक्फ संपत्ति की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है तो वक्फ बोर्ड के पिछले पंद्रह साल की जांच सी0बी0आई0 के हवाले की जाये।