लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा के राष्ट्रीय महासचिव शिवनारायण कुशवाहा ने कहा कि मुस्लिमों को जो लोग विदेशी कहते है वो खुद विदेशी है। ये 3 प्रतिशत के लोग देश के मूल निवासियों को गुमराह करके अपनी सत्ता में पकड़ बनाये रखना चाहते है। यह लोग  पूरे देश का माहौल समय-समय पर खराब करते रहते है, लेकिन अब देश में इन 3 प्रतिशत के लोगों की चलने वाली नही। इन्हें अपने देश यूरोनेसिया अब जाना ही होगा। इसके विरूद्ध पूरे देश में जन आन्दोलन महासभा जल्द ही खड़ा करेगा। कुशवाहा ने कहा कि इन 3 प्रतिशत के लोगों का डी0एन0ए0 टेस्ट अमेरिका में हो चुका है और ये बात सर्वोच्च न्यायानय ने भी माना है। तमाम समाचार पत्रों में भी छप चुका है। ये 3 प्रतिशत के लोगों का अग्रेंजो से लेकर मुगलों के राज तक का जो इतिहास रहा है वो जग जाहिर है, कुछ छिपा नही है।

ये अपने छल-कपट के द्वारा देश की कुल राष्ट्रीय सम्पत्ति व सत्ता पर कब्जा ही नही किया बल्कि देश के मूल निवासियों को सैकड़ों वर्षो से गुलाम बनाकर रखा है। अब इन 3 प्रतिशत के लोगों की गुलामी किसी भी दशा में मूल निवासी बर्दाश नही करेगा। इन 3 प्रतिशत के लोगों का अपने देश यूरोनेसिया जाना ही होगा। कुशवाहा ने यह भी कहा जब भारत में सांतवी शताब्दी में जब इस्लाम धर्म आया तो यही के तमाम हिन्दुओं ने हिन्दु धर्म की कुरीतियों से तंग आकर इस्लाम धर्म अपनाया कुछ मुस्लिम को छोड़कर सब भारतीय है और इनके देश भक्ति पर शंका नही किया जा सकता है। आजादी से लेकर अब तक मुस्लिमों के त्याग व बलिदान को नकारा नही जा सकता देश की तरक्की में इनका उतना ही योगदान व हक है जितना दूसरों का। इसलिये इन्हें विदेशी कहना गलत है। जो लोग कहते वो खुद गलत है। कुशवाहा ने यह भी कहा कि इन 3 प्रतिशत के लोगों के आतंक और भय से देश का मूल निवासी परेशान है। यह तो केवल 3 प्रतिशत लोगों का हथकंडा है जो अब पुरी तरह से उजागर हो चुका है। कुशवाहा ने यह भी बताया कि इन 3 प्रतिशत लोगों के विरूद्ध 1 जनवरी 2016 से जन आन्दोलन शुरू करेंगा महासभा।