पटना: बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करने पर सफाई देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट थी। उन्होंने कहा कि नीतीश से उनके बढ़िया पारिवारिक संबंध हैं। शत्रुघ्न ने एक बार फिर अपने बयान को दोहराया कि नीतीश एक क़ाबिल और योग्य नेता हैं।

हालांकि उन्होंने मोदी कैबिनेट में जगह न मिलने से नाराज़गी की ख़बर को सिरे से ख़ारिज कर दिया। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उनकी पहचान मंत्री पद से नहीं, बल्कि उनके व्यक्तित्व से है। उन्होंने कहा कि वो पार्टी की मर्यादा की सीमा जानते हैं और उसे कभी नहीं लांघेंगे।

उन्होंने जेडीयू में जाने की संभावना को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मैं बीजेपी में था, हूं और रहूंगा… मैंने ऐसी कोई बात नहीं की, जिससे मेरी पार्टी को नुकसान हो, मैं मर्यादा का पूरा ख्याल रखता हूं। शत्रुघ्न ने कहा, मैं किसी रेस में नहीं हूं, न मुख्यमंत्री बनने की इच्छा है, न अपेक्षा है। पार्टी जो भूमिका देगी निभाऊंगा।

उन्होंने कहा, मुझे कोई गले लगाएगा या निकाला जाएगा पता नहीं, मैं तो चाहता हूं बीजेपी का सीएम बने। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि कुछ लोग हैं जो बीजेपी में उनकी लोकप्रियता से डरते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार बीजेपी में सीएम के लिए कई चेहरे हैं।