लखनऊ:  प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री शिवाकांत ओझा ने कहा है कि सूचना  प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश के अन्य शहरों से कम प्रगति हुई है। इसलिए प्रदेश के छात्रों के हित में तथा उन्हें अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर आई0टी0 की प्रतिस्पर्धा में लाने के उद्देश्य से लखनऊ में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, की स्थापना काकार्य प्रारम्भ हो गया है। इसकी स्थापना से लखनऊ भी बंगलूरू, तथा  हैदराबाद शहरों की भांति आई0टी0 हब के रूप में विकसित होगा। यह संस्थान सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश में अग्रणी भूमिका निर्वहन करेगा तथा इसकी स्थापना से सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रदेश में नई क्रांति का संचार होगा। यहां के छात्र भी इस संस्थान से निकल कर देश एवं विदेश में सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।

श्री ओझा ने बताया कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, लखनऊ की स्थापना 50 एकड़ क्षेत्र में की जा रही है। जिस पर 300 करोड़ रुपये व्यय होंगे। इसका 50 प्रतिशत केन्द्र सरकार द्वारा, 35 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा तथा 15 प्रतिशत इण्टस्ट्री पार्टनर के रूप में चयनित यू0पी0 इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन द्वारा वहन किया जायेगा। 

श्री ओझा ने बताया कि इस संस्थान में 3 विधाओं में 4 वर्षीय बी0टेक0 कोर्स चलाया जायेगा तथा प्रत्येक कोर्स की प्रवेश क्षमता 60 होगी। कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनिरयरिंग, इन्फारमेंशन टेक्नालाॅजी तथा इलेक्ट्रानिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग इन कोर्सोें में छात्रों का प्रवेश अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से मेरिट के आधार पर किया जायेगा। इसके अतिरिक्त संस्थान में 2 वर्षीय एम0टेक0 कोर्स भी संचालित किया जायेगा तथा प्रत्येक कोर्स की प्रवेश क्षमता 20 होगी। आर्टीफिशियल इन्टलीजेन्स तथा सेन्सर्स एम0टेक0 कोर्स में प्रवेश गेट परीक्षा के माध्यम से होगा। संस्थान में पी0जी0 डिप्लोमा/सर्टीफिकेट कोर्स एवं पी0एच0डी0 प्रोग्राम्स भी चलाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि एम0टेक0 कोर्स के प्रत्येक छात्र को 8000 रुपये प्रति माह की स्कालरशिप दी जायेगी तथा अन्य मेधावी छात्रों को भी विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी। संस्थान में प्रथम 5 वर्ष में छात्रों की संख्या 1250 तथा 8 वर्षों में छात्रों की संख्या 1520 होगी। संस्थान में छात्र आई0टी0 क्षेत्र में अपने इच्छित विषय पर शोध कर सकते हैं। संस्थान में विश्व स्तरीय लैब की स्थापना की जायेगी जिससे छात्रों को उच्च स्तरीय गुणवत्तापरक नवीनतम तकनीकी शिक्षा प्राप्त हो सकेगी।