नई दिल्ली: दुनियाभर में कुपोषित लोगों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। स्टेट फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रीशन 2017 की जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि हर वर्ष कुपोषित लोगों की तादाद बढ़ रही है। 2015 में जहां 777 मिलियन लोग कुपोषित थे जो 2016 में बढ़ कर 815 मिलियन हो गए हैं।

देश के 38.4 फीसदी बच्चों को भरपेट पौष्टिक खाना नहीं मिल पा रहा है। इसलिए कुपोषण आज भी भारत के लिए अभिशाप बना हुआ है। यूनाइटेड नेशन की रिपोर्ट के अनुसार 190.7 मिलियन लोगों के पास घर तो है लेकिन 14.5 फीसदी लोगों को एक समय का खाना नसीब नहीं हैं। जिस तरह से देश में पोलियो पर मिशन चलाया गया ठीक वैसे की कुपोषित और खून की कमी से जूझ रहे भारत को पोषित किए जाने की जरूरत है।

इन आंकड़ों के बीच भूखे, कुपोषित और एनेमिक भारतीयों का आंकड़ा चौंकाता है। भारत के 38.4 फीसदी बच्चे कुपोषित हैं जबकि 51.4 फीसदी महिलाओं में खून की कमी पाई गई है।