1082 बच्चों ने 21 स्कूलों से मिलकर मनाया बचपन का उत्सव
लखनऊ
स्टडी हॉल जूनियर स्कूल में जश्न-ए-बचपन 2025 का समापन हुआ। तीन दिन चले इस इंटर-स्कूल उत्सव में लखनऊ और वाराणसी के 21 स्कूलों के 1082 बच्चों ने हिस्सा लिया। यह उत्सव हर दो साल में आयोजित किया जाता है और इसका उद्देश्य बचपन को उसकी असली पहचान के साथ मनाना है — खुशियों, कल्पनाओं, टीमवर्क और खोज से भरा हुआ समय। कुल परिणामों में सीएमएस गोमती नगर प्रथम स्थान पर रहा, डीपीएस जानकीपुरम ने दूसरा स्थान और जीडी गोयंका तीसरे स्थान पर रहा। स्टडी हॉल स्कूल ने भी सबसे अधिक अंक हासिल किए, लेकिन मेजबान होने के कारण ट्रॉफी उपविजेताओं को सौंप दी गई।
तीन दिनों में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों ने 34 से अधिक प्रतियोगिताओं में भाग लिया। स्टडी हॉल जूनियर की हेडमिस्ट्रेस बानी मल्होत्रा ने कहा, “बचपन केवल बड़े होने की तैयारी नहीं है, बल्कि यह हंसी, जिज्ञासा और खोज से भरा एक खूबसूरत अध्याय है। जश्न-ए-बचपन बच्चों को अपने आप को व्यक्त करने, टीम में काम करने और सीखते हुए आनंद लेने का अवसर देता है।”
उत्सव का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ, जहाँ बच्चों की जीत के साथ-साथ उनकी भागीदारी, टीमवर्क और उत्साह का भी सम्मान किया गया। जश्न-ए-बचपन 2025 ने एक बार फिर स्टडी हॉल की उस शिक्षा पद्धति को मजबूत किया जिसमें रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, सहयोग और सीखने की खुशी को महत्व दिया जाता है।










