प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी बिजनेस टायकून आजकल बड़ी मुसीबत में हैं और यह मुसीबत लगातार बढ़ती जा रही है. अडानी ग्रुप का FPO पूरा सब्सक्राइब होने के बावजूद रद्द हो गया, FPO रद्द होने के बावजूद शेयर बाजार से उनको कोई राहत मिलती नज़र नहीं आ रही है. अडानी इंटरप्राइजेज का शेयर कल 28 प्रतिशत से ज़्यादा गिरा था और आज भी उसमें 26 प्रतिशत से ज़्यादा की गिरावट दर्ज हुई यानि सिर्फ दो दिन में लगभग 55 प्रतिशत की गिरावट। शेयर ने आज 1,494.75 का अपना 52 हफ्ते का नया लो भी बनाया और आखिर में 570 रूपये की गिरावट के साथ 1565 रूपये पर बंद हुआ. इसकी गिरावट कहाँ जाकर थमेगी इसका अंदाजा लगाना बड़ा मुश्किल है.

सिर्फ अडानी इंटरप्राइजेज ही नहीं अडानी ग्रुप की बाकी कंपनियों के शेयर प्राइस भी बड़ी गिरावट लगातार दर्ज कर रहे हैं. अडानी पोर्ट के शेयर ने भी आज 52 हफ्ते का नया लो छूकर थोड़ा ऊपर आया. अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पावर, अडानी विलमर और अडानी टोटल गैस के शेयरों में दिनभर लोअर सर्किट लगा रहा, अडानी ग्रुप की नयी कंपनी NDTV में कई दिनों से लगातार लोअर सर्किट लग रहे हैं.

इससे पहले गौतम अडानी ने आज FPO वापस लेने के फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अडानी इंटरप्राइजेज के बोर्ड का मानना है कि शेयरों की कीमत गिरने का बाद नैतिक रुप से एफपीओ के साथ जाना ठीक नहीं है. वहीं गौतम अडानी की ओर से कहा गया है कि मेरे लिए निवेशकों का हित सर्वोपरि और बाकी सारी चीजों दूसरे नंबर पर हैं. निवेशकों को होने वाले संभावित नुकसान को देखते हुए कंपनी ने इसे वापस लेने के फैसला किया है. इस निर्णय से हमारी किसी भी भविष्य की योजना पर असर नहीं पड़ेगा.। हम अपनी योजनाओं को समय पर पूरा करेंगे.

वीडियो में गौतम अडानी ने कहा कि हमारी बैलेंस शीट मजबूत है. EBITDA और कैश फ्लो भी बहुत अच्छी स्थिति में है. हम हमेशा से ही अपने कर्ज की सभी जिम्मेदारियों को पूरा कर रहे हैं. बाजार में स्थिरता आने के बाद हम अपनी पूंजी बाजार रणनीति की समीक्षा करेंगे. हमारा ईएसजी पर खासा फोकस है.