• निगरानी समितियों को सौंपी गई कोरोना से बचाव की किट
  • शून्य से एक साल, एक से पांच और पांच से 12 साल तक के बच्चों की अलग-अलग किट

हमीरपुर: कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बच्चों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका के बीच स्वास्थ्य विभाग ने इससे निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं। शून्य से 12 साल तक के बच्चों को कोरोना लक्षणों के आधार पर दी जाने वाली दवाओं की किटें रविवार को निगरानी समिति को वितरित की गयीं। अब यह किट समितियों के माध्यम से घर-घर बांटी जाएंगी।

जिला महिला अस्पताल में दवा किट वितरण कार्यक्रम में मौजूद एसडीएम/नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी (ईओ) संजीव शाक्य ने निगरानी समितियों से अपेक्षा की कि वह समय रहते अपने-अपने क्षेत्र के हर घरों में आयुवर्ग के अनुसार दवा किटों का वितरण कर दें ताकि संभावित तीसरी लहर से किसी तरह की कोई परेशानी न हो सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने कहा कि शून्य से एक वर्ष, एक वर्ष से पांच वर्ष और पांच वर्ष से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए तीन तरह की किट तैयार की गई है, जिसमें उनकी आयु के अनुसार डोज हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के लक्षणों के आधार पर अभिभावक बच्चों को दवा खिला सकते हैं। बाद में ऐसे बच्चों की जांच भी कराई जाए ताकि कोरोना से जनहानि को टाला जा सके। उन्होंने निगरानी समिति से लोगों को टीका लगवाने के प्रति जागरूक करने की भी अपील की।

इस मौके पर कोविड सर्विलांस अधिकारी डॉ.पीके सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी आरके यादव, नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.आशुतोष निरंजन, डॉ.पूनम सचान, सभासद जुनैद कुरैशी, डॉ.सुरेश कुमार, सभासद विदुर साहू, बुंदेलखण्ड ब्लड बैंक समिति के पंकज द्विवेदी आदि मौजूद रहे।

कोरोना किट में यह दवायें हैं शामिल
शून्य से 12 माह के बच्चों के लिए- पेरासिटामॉल ड्रॉप दो शीशी, मल्टी विटामिन ड्रॉप एक शीशी, ओआरएस के दो पैकेट।
एक से पांच वर्ष के बच्चों के लिए- पेरासिटामॉल सीरप एक शीशी, मल्टी विटामिन सीरप एक शीशी, ओआरएस के दो पैकेट।
छह से 12 वर्ष के बच्चों के लिए- पेरासिटामॉल टेबलेट 500 एमजी आठ टेबलेट, मल्टी विटामिन सात टेबलेट, आईवरमेक्टिन तीन टेबलेट, ओआरएस के दो पैकेट।

बच्चों में कोरोना के लक्षण-

  • बुखार, खांसी, जुकाम, लगातार रोना, दूध/खुराक लेना बंद कर देना, दस्त लगना, पसली का चलना और निढाल पड़ जाना।