अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं. इस चुनाव के पहले फेसबुक के फाउंडर और प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने बहुत बड़ी आशंका व्यक्त की है. जुकरबर्ग का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के आसपास अमेरिका में नागरिक अशांति (सिविल अनरेस्ट) हो सकती है. इसे लेकर जकरबर्ग ने कहा कि यह चुनाव फेसबुक के लिए भी टेस्ट की तरह है. जुकरबर्ग ने अंदेशा जताया है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की गिनती में देरी या किसी तरह की गड़बड़ी होती है तो अमेरिका में गृह युद्ध छिड़ सकते हैं.

जुकरबर्ग ने गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने और वोटरों पर किसी भी तरह का दबाव बनाने से रोकने के लिए फेसबुक द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए यह चिंता जाहिर की. आपको बता दें कि चार साल पहले हुए राष्ट्रपति चुनाव में फेसबुक पर वोटरों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगा था.

जुकरबर्ग ने एक कॉल पर कहा कि अमेरिका इस समय बहुत बंटा हुआ है और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आने में अभी बहुत समय लग सकता है, ऐसे में देश में अशांति का खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में उनके जैसी कंपनियों की जिम्मेदारी बनती है कि वे अपना काम बेहतर तरीके से करते रहें. उन्होंने कहा कि उनका फोकस अगले हफ्ते होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को सुरक्षित तरीके से पूरा करने में हैं और इसके लिए नए खतरों से निपटा जाएगा.

फेसबुक पर पिछले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी पक्षपात के आरोप लग चुके हैं. आरोपों के मुताबिक 2016 के अमेरिकी चुनाव के दौरान कई रशियनों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए मतदाताओं को प्रभावित किया था. इस वजह से कंपनी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. फेसबुक पर भारत में भी चुनाव को प्रभावित करने के आरोप लग चुके हैं. इसके बाद से सोशल साइट कंपनी ने कई उपाय किए हैं ताकि उसकी राजनीतिक निरपेक्षता सुनिश्चित हो सके. इसके अलावा फेसबुक ने अफवाहों को रोकने और अशांति दूर करने के लिए भी प्रयास कर रहा है.