टीम इंस्टेंटखबर
उत्तर प्रदेश में 25 मार्च को योगी आदित्यनाथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन उनके साथ कैबिनेट में कौन-कौन शामिल होगा इस पर स्थिति अभी साफ नहीं हो सकी है.

संभावित मंत्रियों में उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष होने के कारण वह टॉप लेवल की लीडरशिप के करीब हैं, जिससे उम्मीद है कि उन्हें योगी सरकार की नई कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. पिछली योगी सरकार में ब्रजेश पाठक कानून मंत्री रहे हैं. ब्राह्मण चेहरा होने के कारण उन्हें भी मंत्री बनाया जा सकता है. पिछली ही सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा फिर से मंत्री बनाए जा सकते हैं.

देवबंद सीट से विधायक कुंवर बृजेश सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है, क्योंकि वह एक ऐसी सीट से आए हैं जो मुस्लिम और यादव बाहुल्य है. कांग्रेस में रहीं रायबरेली से विधायक आदिति सिंह को भी मंत्री पद मिल सकता है. वह योगी सराकर के पहले कार्यकाल में लगातार कांग्रेस के खिलाफ रही हैं और अंत समय में वह बीजेपी में शामिल हो गई थीं. वहीं चुनाव के दौरान बीजेपी में आने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण और ईडी के पूर्व अधिकारी राजेश्वर सिंह को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है.

माना जा रहा है कि पूर्व मंत्री सतीश महाना, आशुतोष टंडन, जितिन प्रसाद और सुरेश खन्ना को मंत्रीपद मिलना तय है. सूत्रों ने दावा किया कि बेबी रानी मौर्य एससी वर्ग से हैं, उन्हें कैबिनेट में एक सम्मानजनक पद मिल सकता है.