टीम इंस्टेंटखबर
महाराष्ट्र में चल रहे हनुमान चालीसा विवाद के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान का ज़िक्र किये जिसमें उन्होंने हनुमान को दलित बताया था।

संजय राउत ने कहा कि सीएम योगी ने कहा था कि हनुमान दलित है और उनकी पूजा करने की जरूरत नहीं है।

संजय राउत ने यह बात भाजपा के केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के उस बयान पर याद दिलाई जिसमें उन्हों कहा था कि महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। अश्विनी कुमार चौबे ने यह भी कहा कि आज अगर बालासाहेब ठाकरे जिंदा होते तो यह घटना को देख उनकी आंखों में आंसू आ जाते।

अश्विनी कुमार चौबे के बयानों पर पलटवार करते हुए संजय राउत ने कहा सीएम योगी ने बहुत पहले हनुमान के खिलाफ बयान दिया था। संजय राउत के मुताबिक, सीएम योगी ने कहा था कि हनुमान दलित है उनकी पूजा करने की जरूरत नहीं ऐसा योगी जी का वक्तव्य था। तो अब आप हनुमान की क्यों पूजा कर रहे हैं। आप कब से बजरंग बली के प्रेमी बन गए?

संजय राउत ने आगे कहा कि ऐसे बयान देने वाले अगर हनुमान चालीसा की बात कर रहे हैं तो अश्विनी कुमार चौबे को एक बार फिर ‘योगी चालीसा’ पढ़नी चाहिए। उन्होंने महाराष्ट्र को राम और हनुमान का उपासक बताते हुए कहा आपने जो उनके साथ बेईमानी की है, उसके लिए बालासाहेब ठाकरे की आंखों में आंसू आ गए होंगे।

आपको बता दें कि सीएम योगी ने 2018 में राजस्थान के अलवर जिले के मालाखेड़ा के एक सभा को संबोधित करते हनुमान के बारे में बोला था। उन्होंने बजरंगबली को दलित, वनवासी, गिरवासी और वंचित करार दिया था। सीएम योगी के इस बयान को लेकर उस समय बहुत बवाल हुआ था जिसको लेकर बाद में उन्हें सफाई भी देनी पड़ गई थी।