लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 16 श्रेणी के कामगारों को एक बार फिर राहत देने के ऐलान किया है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने यहां पर निर्माण ​श्रमिकों, रोज कमाने वाले- ठेली, खोमचा, रेहड़ी, रिक्शा, ई-रिक्शा, कुली, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 16 श्रेणी के कामगारों- धोबी, मिस्त्री, मोची, नाई, कुम्हार, राजमिस्त्री आदि के लिए भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की है।

उन्होंने कहा कि अब तक ऐसे 30 लाख निर्माण श्रमिकों के साथ अन्य सभी श्रमिकों को ये सुविधा उपलब्ध कराई गई है। आज हम एक बार फिर से अपने 30 लाख श्रमिक वर्ग को दूसरी बार भरण पोषण भत्ता की राशि जारी कर रहे हैं।

इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्य में फंसा यूपी का कोई भी मजदूर या कामगार अपने राशन कार्ड नंबर का इस्तेमाल कर सकता है और वहां इसका लाभ उठा सकता है। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, तो उनके लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के तहत भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

बीते दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि लगभग 10 लाख लोगों के लिए तत्काल पृथक-वास केंद्र, आश्रय गृह और सामुदायिक रसोई तैयार किये जाएं, जहां आने वाले प्रवासी मजदूरों को तात्कालिक रूप से रखा जा सके। पृथक-वास केंद्रों की स्थापना के लिए बड़े कॉलेजों का उपयोग किया जाए। अतिरिक्त वेंटिलेटरों की आवश्यकता होने पर पोर्टेबल वेंटिलेटर मंगाए जाएं। सभी जनपदों में इन्फ्रा-रेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएं ताकि प्रवासी श्रमिकों की सुगमता से जांच की जा सके। साथ ही कोविड-19 का उपचार करने में सक्षम निजी चिकित्सालयों को उपचार की अनुमति दी जाए।