राजनीति

योगी सरकार ने रोका सपा का पैदल मार्च, सड़क पर बैठे अखिलेश

लखनऊ:
बेरोज़गारी, महंगाई, महिलाओं के प्रति अपराधों और कानून व्यवस्था की बदहाली समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी के सभी विधायक और विधान परिषद सदस्य पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला. सपा के मार्च को लेकर सपा मुख्यालय के बाहर भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया है. कुछ देर बाद पुलिस ने मार्च को रोक भी दिया. मार्च रोकने पर अखिलेश धरने पर बैठ गए. मंहगाई पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि कभी सोचा नहीं था दूध पर भी GST लेगेगा.

इधर बीजेपी ने पार्टी के इस मार्च को लेकर कहा कि अखिलेश का मुद्दा जनता से जुड़ा नहीं है. वहीं योगी ने भी सपा पर हमला बोला. सत्र शुरू होने से पहले सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र प्रारंभ हो रहा है. उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता की आकांक्षा और अपेक्षा को सदन में रखकर उन समस्याओं के माध्यम से आमजन की संवेदना के साथ अपनी संवेदना को जोड़ने का एक अवसर सभी सदस्यों को प्राप्त होगा. सपा के मार्च को लेकर योगी ने कहा कि राज्य में अराजकता की कोई जगह नहीं है.

सपा के मार्च को लेकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश का मुद्दा जनता से जुड़ा नहीं है. मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी जिसे मार्च का नाम देकर विरोध प्रदर्शन कर रही है वो जनता के हितों से जुड़ा हुआ है ही नहीं. अगर उन्हें जनता से जुड़े किसी मुद्दे पर चर्चा करनी है तो सदन में करनी चाहिए, जो कार्यवाही का हिस्सा बने. सरकार चर्चा के लिए तैयार है.

सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने रविवार को बताया था कि पार्टी के विधानसभा एवं विधानपरिषद सदस्य दल के प्रदेश मुख्यालय से सोमवार को शुरू हो रहे विधानमण्डल के मॉनसून सत्र में शामिल होने के लिए पैदल विधानसभा पहुंचेंगे. इस पदयात्रा का नेतृत्व पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव करेंगे. उन्होंने बताया कि पैदल मार्च में शामिल विधायकों और विधान परिषद सदस्य के हाथों में तख्तियां होंगी जिसमें बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं के शोषण, कानून व्यवस्था की बदहाली, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में गड़बड़ी, बिजली संकट, किसानों नौजवानों के साथ हो रहे अन्याय से जुड़े मुद्दों का उल्लेख होगा.

चौधरी ने बताया कि यह पदयात्रा पार्टी कार्यालय से शुरू होकर राजभवन और जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा के सामने से गुजरेगी. गौरतलब है कि सपा विधायकों को पिछली 14 से 18 सितंबर तक विधान भवन स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन करना था लेकिन प्रशासन ने विभिन्न आदेशों का हवाला देते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक दिया, जिसके बाद पार्टी ने अपना कार्यक्रम निरस्त करते हुए पर यात्रा निकालने का फैसला किया था. सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी ने बताया कि विधानमण्डल के वर्तमान सत्र में पार्टी जनसमस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाएगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश में भाजपा सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं से पूरा प्रदेश सिहर उठा है.

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