समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में ठंड शुरू हो गई है लेकिन सरकारी तौर पर इससे बचाव की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। बच्चे-बुजुर्ग ठंड से ठिठुर रहे हैं, गरीब के सिर पर आसमान के अलावा दूसरी छत नहीं है पर भाजपा सरकार इस सबसे संवेदनहीन है। मुख्यमंत्री जी प्रदेश की जनता की परेशानियों पर ध्यान देने के बजाय दूसरे प्रदेशों के दौरे पर रहते हैं। लोग भाजपा के जनविरोधी रवैये से ऊब चुके है।

डबल इंजन भाजपा की सरकार में उत्तर प्रदेश के मासूम बच्चों की घोर उपेक्षा हो रही है। सर्दी में बच्चे बिना जूते और स्वेटर के स्कूल जा रहे हैं। बागपत और कुशीनगर में बड़ी संख्या में बच्चों के खातों में अब तक डेªस की धनराशि नहीं पहुंची। शिकायत के बावजूद सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। 12 सौ रू0 में एक बच्चे की यूनीफार्म, जूता-मोजा और स्वेटर के साथ स्टेशनरी खरीदने के लिए बहुत ही कम धनराशि है। इस महंगाई में इतनी कम धनराशि में सभी चीजें कैसे खरीदी जा सकती है? पर देश के भविष्य नौनिहाल बच्चों की परवाह किसे है?

ठंड में अभी गरीबों को राहत देने की कोई कवायद प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही है। जिम्मेदार सरकारें इस मौके पर कम्बल बंटवाने का काम करती है। भाजपा सरकार ने अभी तक कम्बल खरीद की प्रक्रिया तक शुरू नहीं की है। इसके अलावा रैन बसेरों की व्यवस्था भी नहीं हुई है। गत दिवस एक छात्रा अपने पिता के साथ लखनऊ परीक्षा देने आई तो उसे बमुश्किल ठहरने की जगह मिल पाई। नगर निगम ने अभी तक रैन बसेरों की व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया है।