टीम इंस्टेंटखबर
यूपी के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बीजेपी विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.

विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने गृह मंत्री अमित शाह समेत पार्टी के बड़े नेताओं का धन्यवाद किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में पहली बार हुआ है कि कोई मुख्यमंत्री दोबारा चुनकर आया है. यह पीएम मोदी के नेतृत्व के कारण मुमकिन हो पाया है. मेरे पास 2017 से पहले कोई प्रशासनिक अनुभव नहीं था और न ही शासन के किसी दायित्व का निर्वाहन किया था. पार्टी ने 2017 में मुझपर विश्वास किया.

विधायकों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने अपने पहले कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाने से पहले कहा कि उन्होंने सुशासन का मंत्र पीएम नरेंद्र मोदी से सीखा है. कोरोना काल में गरीबों को मुफ्त राशन मिला. जनता ने सबका साथ, सबका विश्वास के मंत्र पर भरोसा करते हुए संकीर्ण जातिवादी राजनीति को नकार दिया. विपक्ष के दुष्प्रचार के बावजूद जनता का हमें समर्थन मिला.

सीएम योगी ने कहा, साल 2014 में गृह मंत्री अमित शाह ने एक संगठन की मजबूत नींव रखी थी. राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनके व्यापक दौरे किए जिसकी वजह के उत्तर प्रदेश में भाजपा मजबूत होकर आई है. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश अगर विकास की नई ऊंचाइयों को छूता है तो यह देश के विकास के लिए भी सहायक होगा. उत्तर प्रदेश देश का छठा सबसे बड़ी आबादी वाला प्रदेश है. हमने उत्तर प्रदेश के बजट को 2 लाख करोड़ से 6 लाख करोड़ पर लाने का काम किया है.

उन्होंने कहा, 2017 से पहले सुशासन की कोई बात नहीं करता था. उस वक्त तो कोई सोचता भी नहीं था. आज ये सब संभव हो पाया है. हमारी सरकार ने बिना भेदभाव के आम जन तक गरीब कल्याण की योजनाएं पहुंचाई हैं. सपा-बसपा की सरकार में गरीबों के विकास के लिए कोई योजना नहीं थी.

सीएम योगी ने कहा, 2017 से हम प्रदेश को कुशासन से सुशासन की तरफ ले गए. अब हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है. सुशासन को और कैसे मजबूत करना है, इस पर हम सभी को काम करना है.