देश में कुछ दिनों में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति तैयार कर ली है। राष्ट्रीय पार्टियां क्षेत्रीय दलों को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही हैं। इस बीच मोदी सरकार ने बसपा सुप्रीमो के उत्तराधिकारी को Y कैटेगरी सिक्योरिटी दी है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या भाजपा की बी-टीम है बीएसपी?

दरअसल, सवाल उठने के पीछे की वजह राज्यसभा चुनाव है, जिसमें बसपा ने भाजपा के उम्मीदवारों को अपना वोट दिया था। कहा जा रहा है कि इसके बदले में आकाश आनंद को Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली है। कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। भाजपा यूपी में क्लीन स्वीप करना चाहती है। ऐसे में भाजपा ने बसपा को साधने का काम किया है। हालांकि, मायावती ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में बसपा अकेले चुनाव लड़ेगी।

ये पहली बार नहीं है कि बसपा पर भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगा है। पिछले विधानसभा चुनाव में योगी सरकार की जीत पर कहा गया था कि बसपा के वोटर भाजपा में चले गए थे। वहीं, राज्यसभा चुनाव के बाद यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि कांग्रेस के दोनों विधायकों ने गठबंधन धर्म का पालन किया और उन्होंने सपा प्रत्याशियों को वोट दिया, जबकि बसपा विधायक द्वारा भाजपा को वोट देने से यह साफ हो गया है कि भाजपा की बी टीम बनकर बसपा काम कर रही है।

आकाश आनंद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भतीजे हैं। लंदन से एमबीए की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने साल 2017 में राजनीति में कदम रखा था। विधानसभा चुनाव में मायावती ने अपने भतीजे को लोगों के सामने पेश किया था। साल 2019 लोकसभा चुनाव में आकाश आनंद बसपा के स्टार प्रचार थे। पिछले साल मायावती ने घोषणा की थी कि आकाश आनंद उनके उत्तराधिकारी हैं।