जिनेवा : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की शीर्ष वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने गुरुवार (18 जून) को कहा कि संगठन इस साल के अंत से पहले कोविड-19 का टीका उपलब्ध होने को लेकर आशावादी है। कोरोना वायरस के उपचार की दवा को लेकर चल रहे चिकित्सकीय परीक्षणों के मद्देनजर जिनेवा से आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान स्वामीनाथन ने कहा कि यह साबित हो गया है कि मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए लोगों की मौत रोकने में कारगर नहीं है।

10 उम्मीदवार मानव परीक्षण के चरण में
भविष्य में इस घातक वायरस से बचाने वाले टीके के संदर्भ में उन्होंने कहा कि लगभग 10 उम्मीदवार मानव परीक्षण के चरण में हैं और इनमें से कम से कम तीन उम्मीदवार उस नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं, जहां एक टीके का प्रभाव साबित होता है।

टीका विकसित करना एक जटिल प्रक्रिया
कारगर टीके को लेकर डब्ल्यूएचओ के प्रयास का उल्लेख करते हुए स्वामीनाथन ने कहा, ” मुझे उम्मीद है। मैं आशान्वित हूं लेकिन टीका विकसित करना एक बेहद जटील प्रक्रिया है और इसमें बहुत अधिक अनिश्चित्ता भी है। अच्छी बात यह है कि हमारे पास कई अलग-अलग उम्मीदवार और प्लेटफॉर्म हैं।”