औद्योगिक शांति के लिए मजदूर अधिकार जरूरी, असंगठित मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा का इंतजाम करे सरकार
9 अगस्त को डीएलसी कार्यालय पर धरना, 13 अगस्त को रासपहरी में मजदूर अधिकार सम्मेलन

रेणुकूट, सोनभद्र: गरिमापूर्ण जीवन के लिए मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी, प्रबंधन में उनकी हिस्सेदारी, उनकी सामाजिक सुरक्षा का इंतजाम और कानून में प्रदत्त अधिकार देकर ही औद्योगिक शांति को सुनिश्चित किया जा सकता है। लेकिन सरकारें इसे करने के लिए तैयार नहीं है और विकास को अवरुद्ध कर रही हैं। सच यह है कि मजदूरों पर नए नए नियम और कानून बनाकर हमले किए जा रहे हैं। श्रम कानूनों को खत्म कर लाए गए लेबर कोड़ में काम के घंटे 12 कर दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश में पिछले पांच वर्षों से मिनिमम वेज का वेज रिवीजन ना होने से केंद्र के सापेक्ष प्रदेश की मजदूरी दर बेहद कम है और इस महंगाई में मजदूरों को अपने परिवार का पेट पालना कठिन होता जा रहा है। पहले ही विधि विरुद्ध परमानेंट नेचर के कामों में बेहद कम मजदूरी पर ठेका प्रथा चलाकर लूट हो रही है, ऐसे में मजदूरी दर ना बढ़ाना मजदूरों के साथ अन्याय हैं। मजदूरों के अधिकार के लिए 9 अगस्त को पूरे देश में मजदूर प्रतिवाद कर रहे हैं और सोनभद्र में भी डीएलसी ऑफिस पर आयोजित धरने में वर्कर्स फ्रंट और ठेका मजदूर यूनियन सम्मिलित होगी। यह बातें आज रेणुकूट में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त महासंघ यूपी वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष दिनकर कपूर ने कहीं।

पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बने ई श्रम पोर्टल पर 8 करोड़ 30 लाख असंगठित मजदूरों का पंजीकरण प्रदेश में किया गया है। इन मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई भी योजना सरकार ने चालू नहीं की है। जबकि 2008 में बने सामाजिक सुरक्षा कानून के प्रावधानों और सुप्रीम कोर्ट द्वारा बार-बार दिए गए आदेशों में इन मजदूरों के लिए योजनाएं बनाने के लिए सरकार से कहा गया है। इन मजदूरों को आयुष्मान कार्ड, आवास, बीमा, पेंशन, प्रसूति लाभ आदि देने की मांगों पर प्रदेश के 100 से ज्यादा संगठनों ने मिलकर साझा मंच बनाया है। कल श्रम मंत्री से मुलाकात की गई है और विधायकों से संपर्क कर मानसून सत्र में मजदूरों के सवालों को उठाने की कोशिश की जा रही है। सोनभद्र, मिर्जापुर और नौगढ़ में असंगठित मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा दिलाने के लिए जन अभियान चलाया जाएगा। जिसकी शुरुआत 13 अगस्त को रासपहरी में आयोजित मजदूर अधिकार सम्मेलन में की जाएगी। पत्रकार वार्ता में ठेका मजदूर यूनियन के अध्यक्ष कृपाशंकर पनिका, रेणुकूट नगर पंचायत सभासद व यूनियन के विशिष्ट सदस्य नौशाद मियां, मजदूर किसान मंच के जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गोंड, पिपरी के पूर्व सभासद कामरेड मारी, इंद्रदेव खरवार आदि लोग मौजूद रहे।