हमीरपुर
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य और बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से मंगलवार को टीबी सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रशिक्षण में आरबीएसके टीम, शिक्षा विभाग और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के जिम्मेदार लोगों ने प्रतिभाग किया। इस प्रशिक्षण में मुख्य रूप से किशोर-किशोरियों और महिलाओं को एनीमिया की अवस्था से मुक्त कराने पर चर्चा हुई।

प्रशिक्षण में आरबीएसके के नोडल अधिकारी डॉ. महेश चंद्रा ने बताया कि जनपद में 15 से 19 साल की किशोरियों में एनीमिया की समस्या है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 वर्ष 2019-21 के अनुसार जनपद में 49.07 प्रतिशत किशोरियां एनीमिया से ग्रसित हैं। इस अवस्था में सुधार लाने को लेकर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित हो रहा है। कक्षा 6 से 12वीं तक के किशोर-किशोरियों को सप्ताह में एक दिन सोमवार को विद्यालय में आयरन फोलिक एसिड की नीली टेबलेट खिलाई जाती है। उन्होंने प्रशिक्षण में निर्देश दिए कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि गोली मिड डे मील के बाद ही खिलाएं। जो किशोरियां विद्यालय नहीं जाती हैं उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से वीएचएनडी के दिन गोली खिलाएं। इसके अलावा प्राइमरी स्तर पर बच्चों को गुलाबी रंग की आयरन फोलिक एसिड की गोली खिलाई जानी है।

डिप्टी सीएमओ डॉ.एलबी गुप्ता ने बताया कि जो भी टीम विजिट करे वह समय पर सही आंकड़ों को पोर्टल में फीड करें ताकि असमंजस जैसी कोई स्थिति न पैदा हो।

जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अनिल यादव ने भी प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि स्कूलों का विजिट करने वाली टीमें बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी बीमारी की सही दशा को दर्शाएं ताकि ऐसे बच्चों को समय से बेहतर उपचार मुहैया कराया जा सके। इस मौके पर डीएमओ आरके यादव, आरबीएसके के डीईआईसी मैनेजर गौरीश राज पाल, मातृ स्वास्थ्य के जिला समन्वयक दीपक यादव आदि भी मौजूद रहे।