नई दिल्ली: कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य के बदायूं में सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के बयान को शर्मनाक बताया है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ऐसी सोच मे महिलाओं सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है।

फेसबुक पोस्ट
वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट पर कहा क्या इस व्यवहार से हम महिला सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे। महिला आयोग की सदस्य बलात्कार के लिए पीड़िता को दोषी ठहरा रही हैं। बदायूं प्रशासन को ये चिंता है कि इस केस का सच सामने लाने वाली पीड़िता की पोस्टमार्टम लीक कैसे हुई।

बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी महिलाऐं
उन्होंने कहा याद रखिए कि इस समय एक और भयावह बलात्कार के मामले में मुरादाबाद की पीड़िता मौत से जंग लड़ रही है। महिलाएं इस प्रशासनिक प्रणाली को व इस बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी।

खबर भी पोस्ट की
इसके साथ ही उन्होंने एक खबर पोस्ट की है जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने गुरुवार को पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कहा कि पीड़िता शाम के वक्त बाहर नहीं जाती तो सामूहिक दुष्कर्म नहीं होता।

क्या बोली थीं महिला आयोग की सदस्य
गौरतलब है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने गुरुवार को बदायूं में पीड़ित परिवार के घर का दौरा किया था और पुलिस अधिकारियों से जानकारी हासिल की थी। बाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होने कहा था कि यदि शाम के समय महिला मंदिर जाते समय परिवार के किसी सदस्य को साथ ले जाती तो इस जघन्य वारदात को टाला जा सकता था। हालांकि उन्होने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिये। उन्होंने कहा था कि मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हुयी है। अगर पुलिस सक्रिय होती तो यह घटना नहीं हो सकती थी।

एसआईटी जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार शाम हुयी इस घटना की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश दिये हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी समेत सभी तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में संबधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है।