विकास/विक्रांत
फिल्म लवयात्री से बॉलीवुड में डेब्यू करने वालीं अभिनेत्री वरीना हुसैन ने तालिबानी कब्जे के बाद अफगानिस्तान की महिलाओं को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में महिलाएं सिर्फ फर्टिलिटी मशीन बनकर रह जाएंगी।

वरीना हुसैन के पिता इराकी और माँ अफगानी हैं। साल 2013 में उन्होंने दिल्ली में मॉडलिंग की शुरुआत की। 20 साल पहले काबुल में अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के कब्जे और मौजूदा दौर के हालात पर अपनी राय रखी।

वरीना ने कहा कि 20 साल पहले भी हालात ऐसे ही थे। उस वक्त भी वहां चल रही जंग के कारण उनके परिवार को देश छोड़ना पड़ा था। इस समय अफगानिस्तान में जो हो रहा है, वह लगभग वैसा ही है जैसा 20 साल पहले उनके परिवार के साथ हुआ था। वरीना ने बताया कि उनके परिवार ने मजबूरी में अफगानिस्तान छोड़ा था।

वरीना ने अफसोस जताते हुए कहा कि, तालिबान के राज में अफगानिस्तान में महिलाएं केवल फर्टिलिटी की मशीन बन जाएंगी।

अभिनेत्री ने कहा, युवाओं के मन में बदले की भावना और नफरत घर कर जाएगी। वरीना के अनुसार, अफगानिस्तान से इमरजेंसी इमिग्रेशन हो सकता है। हजारों अफगानी शरण के लिए पड़ोसी देशों में जा सकते हैं। नए देश में अपने लिए जगह तलाश करना बहुत मुश्किल होता है।