स्पोर्ट्स डेस्क
बीसीसीआई जल्द ही सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान करने वाली है ऐसे में वह खिलाड़ी बोर्ड के राडार पर रहेंगे जो काफी मौके मिलने के बाद भी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में टीम के दो मज़बूत बल्लेबाज़ माने जाने वाले अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पर सबकी नज़रे हैं जो काफी समय से अपेक्षा अनुरूप बल्लेबाज़ी करने में नाकाम रहे हैं. यह दोनों बल्लेबाज़ अभी अभी ग्रेड ए की कैटेगरी में हैं.

इन दोनों के अलावा केएल राहुल और ऋषभ पंत पर भी नजरें रहेंगी जो तीनों फॉर्मेट में खेल रहे हैं और ऐसे में क्या उन्हें ग्रुप ए प्लस कैटेगिरी में रखा जाएगा?

आमतौर पर तीन अधिकारी, पांच चयनकर्ता और राष्ट्रीय मुख्य कोच ‘रिटेनरशिप’ पर फैसला करते हैं. हालांकि अंतिम सूची में शामिल 28 नामों में ज्यादा बड़ा बदलाव नहीं होगा लेकिन पिछले साल बनाये गये मौजूदा ग्रुप के संयोजन के बारे में कुछ गंभीर चर्चा हो सकती है.

काफी वक्त से खराब फॉर्म में चल रहे पुजारा और रहाणे के कॉन्ट्रैक्ट चर्चा का विषय बन सकता है. अगर बीसीसीआई और मुख्य कोच (राहुल) द्रविड़ दोनों को सम्मान देकर ग्रुप ए में रखने का फैसला करते हैं तो यह अलग मुद्दा है लेकिन सामान्य परिस्थितियों में वे ग्रुप ए में नहीं रहते. ‘ इसी तरह इशांत शर्मा और हार्दिक पंड्या भी पूरे सत्र के दौरान चोटों और फॉर्म से जूझ रहे हैं जिससे वे ग्रुप बी में शामिल हो सकते हैं.

वहीं पिछले सत्र के ग्रुप बी खिलाड़ियों में केवल शार्दुल ठाकुर ही टेस्ट मैचों में कुछ प्रभावी प्रदर्शन दिखा सके हैं, तो वे ग्रुप ए में प्रोमोशन की उम्मीद कर सकते हैं. मौजूदा ग्रुप सी में मोहम्मद सिराज ने काफी सुधार दिखाया है जबकि शुभमन गिल भी हनुमा विहारी के साथ अपग्रेड की उम्मीद लगाये होंगे. नये खिलाड़ियों में वेंकटेश अय्यर और हर्षल पटेल भी अपना पहला कट हासिल कर सकते हैं.