टीम इंस्टेंटख़बर
WHO द्वारा वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक को और तकनीकी सवाल भेजने के बाद यह तय हो गया है कि कोवैक्सिन के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी में और देरी होगी.
इस झटके से भारतीयों, विशेषकर छात्रों की अंतर्राष्ट्रीय यात्रा योजनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है. इस मंजूरी के बिना Covaxin को दुनिया भर के अधिकांश देशों द्वारा स्वीकृत वैक्सीन नहीं माना जाएगा. भारत बायोटेक के लिए डब्ल्यूएचओ के सवाल हैदराबाद स्थित दवा निर्माता के इस दावे के बावजूद आए हैं, कि उसने मंजूरी के लिए आवश्यक सभी डेटा जमा कर दिए हैं.
देरी का संकेत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के उस बयान के बाद आया है, जब कहा गया था कि वैक्सीन को जल्द ही कभी भी मंजूरी मिल सकती है.
फतेहपुर सीकरी, आगरा, 28 अप्रैल 2024. कमज़ोर तबकों के सामने संविधान बचाने का आख़िरी मौक़ा…
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी। मोहसिना क़िदवई, राजनीतिक गलियारे का एक बहुत कद्दावर नाम। नब्बे…
एक बालिका की हालत गंभीर, मेडिकल कालेज रेफरबाबा अहमद शाह की मजार पर गुरूवार से…
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी। जिला बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव की मतगणना शांतिपूर्ण माहौल…
लखनऊ ।उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फरेंसिक साइन्स लखनऊ ने आज संस्थान को और अधिक…
(आलेख : शमसुल इस्लाम) भारत में राष्ट्रविरोधी, अमानवीय एवं धार्मिक रूप से कट्टर नागरिकता संशोधन…