टीम इंस्टेंटखबर
राजनीति में न तो कोई किसी का परमानेंट दुश्मन है और न ही कोई दोस्त. अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने यह बात कहकर यूपी के सियासी गलियारे में नई बहस छेड़ दी है.

अनुप्रिया ने आज भाजपा के साथ सीटों के तालमेल पर कहा कि अभी कुछ भी तय नहीं है कि उनकी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि कुछ बातें बताई नहीं जाती, कुछ चीजों को पर्दे में ही रहने दो.

अनुप्रिया पटेल ने कहा कि विपक्ष के किसी नेता से कोई नाराजगी नहीं है, फिर चाहे अखिलेश यादव हो या कोई और हो. अखिलेश के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा कि अभी वो बीजेपी के साथ हैं, और रही बात गठबंधन की तो जनता का मन जिधर हमारी पार्टी उधर.

2022 में अपना दल (एस) किसके साथ गठबंधन करेगा इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है, अभी हमारा गठबंधन बीजेपी के साथ है, क्योंकि हम सामाजिक न्याय के लिए राजनीति करते हैं. अभी बीजेपी के साथ हमारा गठबंधन इसी बात पर है.

अनुप्रिया ने कहा कि जालीदार लुंगी और टोपी वाले गुंडे जैसे बयान से मेरा कोई वास्ता नहीं है. केशव मौर्य अपनी पार्टी की राजनीति करते हैं और मैं अपनी पार्टी की बात करती हूं.

2017 विधानसभा चुनाव में भी अपना दल और बीजेपी को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी, उस वक्त ऐसी खबरें आई थी कि अनुप्रिया ने 16 सीटें मांगी थी, लेकिन बीजेपी ने सिर्फ 11 सीटें ही दी. 11 में से 9 सीटों पर अपना दल के उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे.

अनुप्रिया पटेल 2014 से बीजेपी के साथ हैं, 2017 का विधानसभा चुनाव भी बीजेपी के साथ लड़ा. 2019 में भी बीजेपी के साथ रहीं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रही और इस बार भी देर से ही सही मंत्रिपरिषद में जगह मिल गई.