लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के विदेश दौरों में गौतम अडानी के साथ जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये भारत की नहीं, अडानी की फॉरन पॉलिसी है, जिसमें उन्हें फायदा पहुंचाया गया। उन्होंने कई देशों के पीएम के दौरे में अडानी के जाने और उन्हें कारोबारी फायदा मिलने का उदाहरण भी दिया और पीएम मोदी से जवाब मांगा।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी से सीधे जवाब मांगते हुए कहा कि प्रधानमंत्री देश को बताएं कि विदेश दौरे में गौतम अडानी और आप कितनी बार एक साथ गए? आपकी विदेश यात्रा पर गौतम अडानी कितनी बार आपसे मिले? आपके कितने दौरों के बाद गौतम अडानी फिर से उस देश के दौरे पर गए? कितने देशों में आपके दौरे के बाद गौतम अडानी को कॉन्ट्रैक्ट मिले? अंत में राहुल गांधी ने पूछा कि अडानी ने इलेक्टोरल बांड में बीजेपी को कितना पैसा दिया?

अपने भाषण में मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने पूछा कि गौतम अडानी के साथ पीएम मोदी का क्या रिश्ता? उन्होंने कहा कि अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने कई नियम बदले हैं। उन्होंने कहा कि अडानी पहले दुनिया के अमीरों में 609 नंबर पर थे, ऐसा कौन सा जादू हुआ कि 9 साल में नंबर दो पर पहुंच गए। इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के नारे भी लगाए।

अडानी मामले पर सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अडानी को लोन दे देता है। उहोंने कहा कि मैं उदाहरण दे रहा हूं, मोदी जी पूरी दुनिया में जाते हैं, तो क्या होता है। बांग्लादेश जाते हैं, वहां बांग्लादेश में इलेक्ट्रिसिटी बेचने का फैसला होता है और कुछ दिन बाद बांग्लादेश 25 साल का कॉन्ट्रैक्ट अडानी के साथ कर लेता है। इसके बाद श्रीलंका में पीएम मोदी दबाव डालकर अडानी को प्रोजेक्ट दिलाते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि ये भारत सरकार की नहीं, अडानी की विदेश नीति है।