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कोलकाता में फर्जी कोरोना टीकाकरण कैंप लगाकर टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती समेत हजारों लोगों को निमोनिया का इंजेक्शन लगाने वाले फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देब समेत आठ लोगों के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने दाखिल चार्जशीट में हत्या सहित अन्य आरोप लगाए गए हैं.

आरोप पत्र में इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 420/419/467/468/471/474/274/275/276/307/170/188 के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है. कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने इस बारे में जानकारी दी.
आरोपपत्र में कुल आठ लोगों को बनाया गया है अभियुक्त

उन्होंने बताया कि देबांजन के अलावा गिरफ्तार किए गए रविन सिकदर, सुशांत दास, शरत पात्रा, अरविंद बैद्य, अशोक कुमार राय, कंचन देव और शांतनु मन्ना के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं. बैंकशाल कोर्ट में दाखिल कराए गए इस आरोप पत्र में 130 से अधिक लोगों के बयान लिए गए हैं. यह हजार पन्नों की रिपोर्ट है.

उल्लेखनीय है कि तृणमूल सांसद मिमी चक्रवर्ती ने गत 22 जून को कसबा थाने में इससे संबंधित प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद जांच में जुटी पुलिस ने सबसे पहले देबांजन देब को गिरफ्तार किया था,जो खुद को कोलकाता नगर निगम का संयुक्त आयुक्त बताकर फर्जी तरीके से टीकाकरण शिविर आयोजित करता था और वहां निमोनिया का इंजेक्शन लगाता था. टीका लगाने के बाद जब सांसद को मैसेज नहीं आया था तब संदेह होने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.