मनुष्य सामाजिक प्राणी है। मानवता के विकास के बाद से मनुष्य हमेशा एक साथ मिलकर आगे बढ़ता रहा है और अपने अस्तित्व को बनाए रखे हुए है। हालांकि आज की दुनिया में नए प्रकार की चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि जीवन के सभी वर्गों के लोग, खासतौर पर जनरेशन ज़ी और मिलेनियल्स अकेलेपन और सामाजिक आइसोलेशन जैसी चुनौतियों से जूझ रहे हैं, जिसका असर उनके समग्र कल्याण पर पड़ रहा है। ऐसे में हमारी विकसित होती फिजिटल दुनिया में सही मायने में इमोशनल कनेक्शन बनाना बहुत ज़रूरी हो गया है।

अडिजिटल एवं डिजिटल दुनिया को एक साथ लाते हुए प्रमुख दूरसंचार सेवा प्रदाताओं में से एक वी ने भावनात्मक रूप से अपील करने वाले क्रिएटिव कैंपेन- ‘बी समवन्स वी’ का लॉन्च किया है, बेहतर आज और उज्जवल कल के निर्माण में अपने उपभोक्ताओं के लिए पार्टनर बनने के दृष्टिकोण के साथ कंपनी यह कैंपेन लेकर आई है। यह कैंपेन एक शक्तिशाली संदेश देता है कि अच्छे-बुरे हर समय में एक दूसरे का साथ दें, आपका छोटा सा काम भी मायने रखता है। यह कैंपेन रोज़मर्रा के जीवन से प्रेरित है और बताता है कि किस तरह से नेटवर्क मनुष्यों/ समाज को एक दूसरे के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देकर समावेशन को प्रोत्साहित करता है।

यह कैंपेन संदेश देता है कि एक छोटा सा मैसेज या कॉल भी किसी को यह बताने के लिए पर्याप्त है कि सामने वाला व्यक्ति जीवन में अकेला नहीं है, कोई है जो उसे प्यार करता है, उसकी देखभाल करता है। वी को भरोसेमंद पार्टनर के रूप में स्थापित करते हुए ‘बी समवन्स वी’ कैंपेन खासतौर पर युवाओं को एक दूसरे के साथ कनेक्ट कर उनके मूड को बेहतर बनाता है।

आज के दौर की महत्वपूर्ण समस्या पर बात करते हुए अवनीश खोसला, सीएमओ, वोडाफोन आइडिया ने कहा, ‘‘आज भारत में बढ़ता अकेलापन चिंता का विषय बनता रहा है, खासतौर पर युवा इस समस्या से जूझ रहे हैं। एक ब्राण्ड के रूप में हम कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना चाहते हैं, हम इस समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारा नया कैंपेन ‘बी समवन्स वी’ इस तरह से डिज़ाइन किया गयया है कि यह समावेशन के हमारे दृष्टिकोण साथ दुनिया का अकेलापन दूर करने में मदद कर सके।’’

ओगिल्वी इंडिया द्वारा तैयार किए गए इस कैंपेन में जीवन की विभिन्न कहानियां शामिल हैं, जो ऐसी स्थिति पर रोशनी डालती हैं जब हम अकेलापन महसूस करते हैं। इस कैंपेन में एक गीत ‘अकेले अकेले कहां जा रहे हो’ भी नए एवं रोचक अंदाज़ में शामिल किया गया है।

कहानी 1ः इस फिल्म में एक लड़का अकेलापन महसूस कर रहा है, वह अपने कॉलेज के दोस्तों को डांडिया की प्रेक्टिस करते देख रहा है जो फेस्ट की तैयारियों में जुटे हैं। अचानक उसे डांडिया की प्रेक्टिस करने वाले एक छात्र का वीडियो कॉल आता है, जो कहता है ‘‘भाई……..डांडिया देखते ही रहेगा या फिर सीखने भी आएगा?’ और उसे अपने साथ शामिल होने के लिए बुलाता है। लड़का मुस्कराता है और एकजुट होने की भावना के साथ उनके साथ शामिल हो जाता है।