देहरादून: उत्तराखंड के बाढ़ आपदाग्रस्त चमोली जिले में तपोवन सुरंग से रविवार को 5 शव और बरामद किए गए। चमोली की ऋषिगंगा घाटी में 7 फरवरी को हिमखंड फटने से आई बाढ़ में मारे गए लोगो की संख्या अब 43 हो चुकी है, जबकि 164 अन्य लोग अब भी लापता बताये जा रहे हैं। शवों की शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा है।

25 से 35 लोग अब भी सुरंग के अंदर
तपोवन सुरंग में अब भी 25 से 35 लोग फंसे हुए हैं जो आपदा के समय वहां काम कर रहे थे । सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा पिछले एक सप्ताह से संयुक्त बचाव अभियान चलाया जा रहा है।

बढ़ाया गया सुराख़
ग़ौरतलब है कि बीते शनिवार को चमोली डी.एम स्वाति भदोरिया ने बताया था कि 136 मीटर लंबे और 75 मिलीमीटर व्यास वाला सुराख किया गया है। वहीं पोवल नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन(एनटीपीसी) के महाप्रबंधक आर पी अहिरवाल ने एक बयान में कहा था कि,‘‘ यह अच्छा संकेत है कि सुरंग में पानी और कीचड़ का दबाव नहीं है। लेकिन गाद मौजूद होने के कारण कैमरे को अंदर नहीं भेजा जा सका है। सुराख को बड़ा और चौड़ा करने का काम किया जा रहा है। इसका व्यास 250-300 मिलीमीटर होना चाहिए।”