नई दिल्ली: अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन ने शनिवार को मोदी सरकार को एक बड़ा झटका दिया, उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ एक बैठक के दौरान भारत में मानवाधिकारों को लेकर चिंता जताई। सूत्रों ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच एक घंटे तक चली यह चर्चा मानव अधिकारों पर ही केंद्रित थी।

लॉयड ऑस्टिन ने जयशंकर से कहा कि दुनिया में दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के रूप में दोनों देशों के लिए मानव अधिकार और मूल्य महत्वपूर्ण हैं और हम इन मूल्यों के साथ आगे बढ़ेंगे। वहीं जयशंकर ने भी इस बात पर सहमति जताई और जोर दिया कि दोनों लोकतंत्रों के बीच एक मजबूत रिश्ता न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए भी महत्वपूर्ण है।

विचार-विमर्श में भारत-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक स्थिति पर भी चर्चा हुई। पूर्वी एशिया में हाल की यात्राओं के बारे में अमेरिकी पक्ष ने जानकारी दी। जयशंकर ने भारत की मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों और हमारे दीर्घकालिक रणनीतिक दृष्टिकोण के बारे में बात की। बातचीत ने बदलते वैश्विक परिदृश्य को भी कवर किया, जिसमें यूरोप और पश्चिम एशिया शामिल हैं। अफगानिस्तान के मुद्दों को भी कुछ विवरणों में संबोधित किया गया।

इस दौरान शांति प्रक्रियाओं और जमीनी स्थिति पर मूल्यांकन का आदान-प्रदान किया गया, साथ ही क्षेत्रीय शक्तियों और पड़ोसियों की चिंताओं और हितों को लेकर भी विचार साझा किए गए। जयशंकर ने इस मुद्दे पर भारत के साथ बाइडेन प्रशासन के सहयोग की सराहना की। दोनों पक्षों द्वारा द्विपक्षीय सहयोग में निरंतर वृद्धि को मान्यता दी गई है।

इसके अलावा जयशंकर ने नेतृत्व के विभिन्न पहलुओं की प्रगति और क्षमता से ऑस्टिन को अवगत कराया। जयशंकर ने सामान्यताओं और अभिसरणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सहयोग को बढ़ाने और इसकी तीव्रता के लिए यह रिश्ता अद्वितीय है, जिसने इतने सारे डोमेन को कवर किया है।