वाशिंगटन: अमेरिका और फ्रांस ने नागोर्नो-काराबाख में अर्मेनिया तथा अजरबैजान के बीच संघर्ष विराम के लिए रूस के योगदान को मान्यता दे दी है लेकिन वह इस समझौते के मापदंडों में पूरी पादर्शिता चाहते है।

तुर्की की भूमिका
अमेरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया, “हम … रूस द्वारा करीब एक सप्ताह के संघर्ष विराम के लिए किए गए कार्यों को पहचान कर रहे है लेकिन अभी भी बहुत सारे सवाल है, समझौते के मापदंडों को लेकर रूस से पारदर्शिता की आवश्यकता है और जिसमें तुर्की की भूमिका शामिल है।”

संघर्ष विराम के समझौते पर हस्ताक्षर
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मध्यस्थता से नागोर्नो-कराबाख के विवादित क्षेत्र में कई हफ्तों की लड़ाई के बाद अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव और अर्मेनियाई प्रधानमंत्री निकोलस पशिनियन ने संघर्ष विराम के समझौते पर हस्ताक्षर किए। अधिकारी ने कहा कि अमेरिका और फ्रांस ओएससी मिन्स्क समूह के रूस के साथ संघर्ष के समाधान कराने में अपनी भूमिकाओं के लिए प्रतिबद्ध हैं।