टीम इंस्टेंटखबर
हमेशा की तरह विधान परिषद चुनाव सत्ताधारी पार्टी ने क्लीन स्वीप किया। स्थानीय निकाय क्षेत्र की 36 विधान परिषद सीटों में से 33 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया तो दो सीट पर निर्दलीय और एक पर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जनसत्ता पार्टी ने जीत दर्ज की. सूबे की 50 फीसदी एमएलसी सीटों पर ठाकुर समुदाय ने कब्जा जमाया है वहीँ दलित-मुस्लिम समदाय से भी कोई नहीं जीत सका.

बीजेपी ने जिन 33 एमएलसी सीटों पर जीत दर्ज की है, उसमें 15 ठाकुर समुदाय से हैं. इसके अलावा जिन तीनों पर उसे हार हुई है और वहां पर निर्दलीय या फिर अन्य ने जीत दर्ज की है वो तीनों सदस्य भी ठाकुर समुदाय से हैं. इस तरह 36 सीटों में से 18 ठाकुर एमएलसी बनने में कामयाब रहे. बीजेपी ने 16 ठाकुर समुदाय को प्रत्याशी बनाया था, जिनमें से प्रतापगढ़ सीट पर बीजेपी के हरिप्रताप सिंह को जनसत्ता के अक्षय प्रताप सिंह ने मात दी है.

बीजेपी ने पांच ब्राह्मणों को एमएलसी चुनाव में टिकट दिया था और सभी पांचों जीतने में कामयाब रहे. बहराइच-श्रावस्ती से BJP की प्रज्ञा त्रिपाठी, मेरठ से धर्मेंद्र भारद्वाज, फर्रुखाबाद से प्रांशु दत्त द्विवेदी, बदायूं से वागीश पाठक और अयोध्या से हरिओम पांडे एमएलसी बने हैं.

कायस्थ समुदाय से बीजेपी के टिकट पर एकलौते एमएलसी डॉ. केपी श्रीवास्तव बने हैं. तीन वैश्य समुदाय से एमएलसी बने हैं, जिनमें हरदोई से अशोक अग्रवाल, लखीमपुर खीरी से अनूप गुप्ता और पीलीभीत से सुधीर गुप्ता चुने गए हैं.

एमएलसी चुनाव में बीजेपी ने 11 ओबीसी समुदाय के प्रत्याशी बनाया था, जिनमें से 9 सदस्य जीतने में कामयाब रहे. बीजेपी ने तीन 3 यादव एमएलसी प्रत्याशी बनाए थे, जिनमें से दो जीते हैं. बस्ती से सुभाष यदुवंश और एटा-मैनपुरी से आशीष यादव चुने गए जबकि आजमगढ़ सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी रहे अरुण कांत यादव हार गए.

बीजेपी ने दो कुर्मी समुदाय से प्रत्याशी बनाया था, जिनमें झांसी से रमा निरंजन जीतने में कामयाब रहीं तो वाराणसी सीट पर सुदामा पटेल को हार मिली. बीजेपी ने गुर्जर समुदाय से एक नरेंद्र भाटी को एमएलसी कैंडिडेट बनाया था, जो जीतने में सफल रहे.

एमएलसी चुनाव में जाट समुदाय से बीजेपी ने दो प्रत्याशी उतारे थे और दोनों ही जीतने में कामयाब रहे. मुजफ्फरनगर सीट से वंदना मुदित वर्मा और अलीगढ़ सीट से चौधरी शिवपाल सिंह जीते हैं.

बीजेपी ने सैनी समुदाय एक सीट पर मुरादाबाद से सतपाल सैनी को प्रत्याशी बनाया था, जो जीतने में सफल रहे. बीजेपी एक नाई जाति से रामचंद्र प्रधान एमएलसी बने हैं तो आगरा-फिरोजाबाद से विजय शिवहरे जीते हैं, जो कलवार जाति से आते हैं.