लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने विधानसभा चुनाव से पहिले अपने टीम का विस्तार किया है। पूरे प्रदेश में पंचायत चुनाव का शंखनाद हो चुका है। इसके बीच कांग्रेस ने यूपी कमेटी का विस्तार किया है। प्रदेश में पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय जाट नेता पंकज मलिक, संगठन के मजबूत कार्यकर्ता योगेश दीक्षित, अंसारी चेहरा के बतौर विधायक सुहेल अंसारी, कुर्मी आधार वाले नेता वीरेंद्र चौधरी और पूर्वांचल में ब्राह्मण के बतौर ललितेश पति त्रिपाठी को उपाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया था। अब इसमें तीन नाम और जुड़ गया है। पश्चिमी यूपी में जाटव जाति से आने वाले दीपक कुमार, बुंदेलखंड से दलित चेहरा के तौर पर कोरी समाज के गयादीन अनुरागी को उपाध्यक्ष बनाया गया है। गोरखपुर के आसपास एक जुझारू नेता के तौर पर जाने जाने वाले प्रदेश महासचिव विश्वविजय सिंह को महासचिव से प्रमोट करके उपाध्यक्ष बनाया गया है।

हर जिले पर एक प्रदेश सचिव, महासचिवों की भी संख्या बढ़ी
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विस्तार के बाद अब हर जिले का एक प्रभारी सचिव होगा। महानगरों में अतिरिक्त प्रदेश सचिव लगाने की भी रणनीति है। अब प्रदेश के 75 जिलों में एक-एक सचिव होंगे और लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, कानपुर जैसे महानगरों में संगठन के कामकाज के लिए जिले से इतर सचिव लगाए जाएंगे ताकि संगठन को मजबूत किया जा सके।

युवाओं को मौका और अनुभवी पदाधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ी
यूपी पीसीसी के विस्तार में कई नौजवान कार्यकर्ताओं को मौका मिला है। अंकित धनविक, वसीम अंसारी, अभिषेक पटेल, सदाशिव यादव, राहुल त्रिपाठी जैसे युवा कार्यकर्ताओं को प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी मिली है। दूसरी तरफ त्रिभुवन नारायण मिश्रा, विश्वविजय सिंह, मनिंदर मिश्रा, फूल कुंवर और संजीव शर्मा जैसे नेताओं की जिम्मेदारियां पीसीसी में बढ़ा दी गयी हैं।