टीम इंस्टेंटखबर
यूपी विधानसभा अध्यक्ष ने कम कपड़ों को लेकर महात्मा गांधी और राखी सावंत को एक लाइन में खड़ा कर दिया। उन्नाव में आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन के दौरान हृदय नारायण दीक्षित ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर कहा था कि गांधी जी कम कपड़े पहनते थे, धोती ओढ़ते थे, गांधी जी को देश ने बापू कहा, अगर कपड़े उतारने से कोई महान बन जाता तो राखी सावंत महान बन जाती।

दीक्षित ने आगे कहा कि मैंने 6 हजार किताबें पढ़ी हैं। जिनका विश्लेषण भी किया है। उन्होंने महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि वो कम कपड़े पहनते थे तो देश ने उन्हें बापू कहा, लेकिन ऐसा नहीं है कि कम कपड़े पहनने से कोई बौद्धिक हो जाता है। कम कपड़े पहनने या कपड़े उतारने से कोई बड़ा बनता तो आज राखी सावंत महात्मा गांधी से भी बड़ी होती।

अब जब उनका विवादित बयान पर बवाल बढ़ा तो हृदय नारायण दीक्षित ने सफाई दी. उन्होंने आरोप लगाया कि बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. आइए जानते हैं पूरा मामला.

विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित शनिवार 18 सितंबर को बांगरमऊ में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में महात्मा गांधी की महानता पर बोल रहे थे, लेकिन बात राखी सावंत तक पहुंच गई. हृदय नारायण दीक्षित ने वक्ताओं द्वारा उन्हें लेखक, पढ़ने वाला, विद्वान और प्रबुद्ध बताए जाने के जवाब में कहा कि केवल पढ़ने या लिखने भर से कोई महान नहीं बनता. उसमें दूसरे और भी तमाम गुण होते हैं. इसके लिए उन्होंने महात्मा गांधी का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि

“गांधी जी अखबार पढ़ा करते थे, कम कपड़े पहनते थे, धोती ओढ़ते थे. गांधी जी को बापू कहा गया. अब अगर कोई कपड़े उतार देने भर से महान हो जाता तो राखी सावंत महात्मा गांधी से बड़ी बन जातीं.”

सोशल मीडिया पर हृदय नारायण दीक्षित का बयान वायरल होने के बाद उन्होंने बाद में सफाई दी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा- “सोशल मीडिया पर कुछ मित्र मेरे भाषण के एक अंश का वीडियो अन्यथा अर्थों के संकेत के साथ प्रसारित कर रहे हैं. वास्तव में यह उन्नाव के प्रबुद्ध सम्मेलन में मेरे भाषण का अंश है जिसमें सम्मेलन संचालक ने मेरा परिचय देते हुए मुझे प्रबुद्ध लेखक बताया था. मैंने इसी बिंदु से बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि कुछ पुस्तकों और लेखों के लिखने से ही कोई प्रबुद्ध नहीं हो जाता. महात्मा गांधी कम कपड़े पहनते थे. देश ने उन्हें ‘बापू’ कहा. लेकिन इसका अर्थ यह नहीं राखी सावंत भी गांधी जी जैसी हो जाएंगी. मित्रगण मेरे भाषण को वास्तविक संदर्भ में ही ग्रहण करने की कृपा करें.धन्यवाद.”

कांग्रेस इस बयान को लेकर हृदय नारायण दीक्षित को घेरा है। कांग्रेस ने ट्वीट करके कहा कि अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाले, माफ़ीवीर के वंशज और बापू के हत्यारे बापू के त्याग और संघर्ष को क्या समझेंगे? बापू का अपमान जनता स्वीकार नहीं करेगी, देश के कण-कण में गांधी हैं। ह्रदय नारायण दीक्षित का ह्रदय जहरीला हो चुका है।