टीम इंस्टेंटखबर
अफ़ग़ानिस्तान की तेज़ी से बदलती परिस्थितियों, काबुल हवाई अड्डे पर होने वाले धमाकों में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने और अफ़ग़ानिस्तान की आम जनता में बढ़ती बेचैनी को देखते हुए इस देश के संबंध में संयुक्त राष्ट्र संघ की आपात बैठक सोमवार को होने जा रही है। इससे पहले सुरक्षा परिषद की बैठक अफ़ग़ानिस्तान पर तालेबान द्वारा कंट्रोल किए जाने के एक दिन बाद यानी 16 अगस्त को हुई थी।

फ्रांस के राष्ट्रपति का कहना है कि सोमवार को होने वाली आपात बैठक में फ्रांस और ब्रिटेन की ओर से काबुल में संयुक्त राष्ट्र संघ के नेत्तृव में एक सेफ़ ज़ोन बनाने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा, ताकि वे लोग जो अफ़ग़ानिस्तान से निकलना चाहते हैं आसानी से निकल सकें।

इस बीच तालेबान ने कहा है कि यात्रा संबंधित दस्तावेज़ के साथ विदेशियों और अफ़ग़ानों को 31 अगस्त के बाद भी अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने की अनुमति दी जाएगी। तालेबान ने इस संबंध में 100 देशों को आश्वासन दिया है, लेकिन रूस और चीन इस सूची में शामिल नहीं हैं।