स्पोर्ट्स डेस्क
लगभग 12 साल बाद टेस्ट में वापसी करने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट बुधवार से बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच से बाहर हो सकते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक 31 साल के इस गेंदबाज को अभी तक अपने वीजा के कागजात नहीं मिले हैं. इसी कारण वह अभी तक बांग्लादेश नहीं पहुंच पाए हैं. भारत और बांग्लादेश के बीच पहला टेस्ट चटोग्राम में खेला जाएगा.

बीसीसीआई का लॉजिस्टिक्स डिपार्टमेंट उन्हें बांग्लादेश भेजने की कोशिश में लगा है लेकिन मंगलवार तक उनादकट अपने घर राजकोट में ही हैं. उनादकट ने घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा किया था और इसी कारण वह 2010 के बाद से भारत की टेस्ट टीम में वापसी करने में सफल रहे.

आमतौर पर बीसीसीआई उन सभी खिलाड़ियों के लिए वीजा का इंतजाम करती है जो मुख्य टीम के साथ-साथ सीरीज में खेलने के संभावित दावेदार होते हैं ताकि बाद में किसी तरह की देरी से बचा जाए. लेकिन उनादकट के मामले में पहले से बुकिंग नहीं की गई क्योंकि उनके चयन की उम्मीद नहीं थी. बाएं हाथ के इस गेंदबाज ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2010 में खेला था.

उनादकट के पहले मैच से बाहर होने पर नवदीप सैनी को फायदा हो सकता है. टीम ने हालांकि अभी तक प्लेइंग-11 तय नहीं की है. देखना होगा कि टीम इंडिया तीन स्पिनरों को खिलाना पसंद करेगी या सैनी के साथ जाना चाहेगी. तीसरा स्पिनर सौरभ कुमार या कुलदीप यादव हो सकते हैं. उमेश यादव और मोहम्मद सिराज के रूप में दो तेज गेंदबाजों का खेलना तय है. इनके अलावा रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल की जगह भी टीम में पक्की है.