टीम इंस्टेंटखबर
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को कहा कि उन्हें अब ऐसा नहीं लगता कि फ्रांस, जर्मनी और कीव के साथ 2015 की जिस महत्वपूर्ण योजना पर सहमति बनी थी, वह यूक्रेन के अलगाववादी संघर्ष को हल करने में सक्षम होगी.

पुतिन ने अपनी सुरक्षा परिषद को बताया, “हम समझते हैं कि 2015 मिन्स्क शांति समझौते के कार्यान्वयन के लिए कोई संभावना नहीं है.” बेलारूस की राजधानी में इस समझौते पर यूक्रेन की सेना और देश के पूर्व में मास्को समर्थक विद्रोहियों के बीच संघर्ष को समाप्त करने के लिए सहमति व्यक्त की गई थी.

वहीँ अमेरिका ने दावा किया है कि रूस ने हमले की अंतिम तैयारी के आदेश दे दिए हैं. इसी बीच ‘आजतक’ ने संकटग्रस्त यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पहुंचकर हालात का जायजा लिया. इस शहर से रूस का बॉर्डर बमुश्किल 25 किलोमीटर दूर है. अब एहतियातन यहां लोगों की सुरक्षा के लिए बंकर तैयार किए जा रहे हैं.

यूक्रेन की राजधानी कीव से 500 किलोमीटर दूर खारकीव से आसन्न ‘रूसी हमले’ के लिए तैयार है. यहां नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने बंकर तैयार किए गए हैं ताकि विषम परिस्थतियों में जान के जोखिम से लोगों को बचाया जा सके.

अमेरिका के आकलन के मुताबिक, रूस सबसे पहले खारकीव पर कब्जा करेगा. क्योंकि तकबरीन 1.5 मिलियन की आबादी वाला खारकीव यूक्रेन का सबसे बड़ा और प्रमुख सैन्य, औद्योगिक और शिक्षा केंद्र है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने भी रूस द्वारा खारकीव को निशाना बनाने की चेतावनी दी है.