टीम इंस्टेंटख़बर
अल-अहद की रिपोर्ट के अनुसार, क़तर के एक शोधकर्ता अली अल-हेल के अनुसार सऊदी अरब और यूएई के बीच यमन के दक्षिणी इलाक़े अदन को लेकर मतभेद होने के बावजूद सऊदी-यूएई सीमा पर एक सैन्य अड्डे का निर्माण कर रहा है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में संयुक्त अरब अमीरात की भूमिका संदिग्ध है और इस्राईल से संबंधो को सामान्य बनाने के प्रयास में अबू-धाबी अलग-थलग पड़ता जा रहा है।
यूएई पर आरोप है कि उसने पवित्र शहर मक्के में संपत्तियों की ख़रीदारी के लिए 7,000 से ज़्यादा यहूदियों को नागरिकता प्रदान की है।
क़तरी शोधकर्ता के मुताबिक़, वाशिंगटन में यूएई इस्राइली लॉबी का वफ़ादार दोस्त है, जो अरबों डॉलर इसरायली लॉबी को देता है।
अमरीका की मध्यस्थता में यूएई और बहरीन ने पिछले साल इजराइल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
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