टीम इंस्टेंटखबर
मोदी सरकार के तीन विवादित कृषि कानून से परेशान होकर सिंघू बॉर्डर पर एक और किसान ने आत्महत्या करके अपनी जान दे दी. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने कहा कि मृतक की पहचान फतेहगढ़ साहिब जिले के अमलोह तहसील के रूढ़की गांव के रहने वाले गुरप्रीत सिंह के रूप में की गई है. वह भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) एकता सिधूपुर से जुड़े थे.
बीकेयू एकता सिधूपुर के फेतहगढ़ साहिब के जिला संयोजक गुरजिंदर सिंह ने कहा कि सुबह करीब छह बजे उन्हें घटना की सूचना मिली और पीड़ित को अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
वह सोमवार को अपने गांव से वापस सिंघू सीमा स्थल पर लौटे थे. पिछले दो दिनों में किसानों के साथ अपनी बातचीत में, उन्होंने उल्लेख किया था कि वह कृषि कानूनों को निरस्त करने के गतिरोध से परेशान हैं और किसानों के एक साल से अधिक समय से विरोध करने के बावजूद, सरकार किसानों की मांगों को नहीं सुन रही है.
गुरजिंदर ने कहा कि मृतक ने कोई नोट नहीं छोड़ा. उनके बाएं हाथ पर एक शब्द जिम्मेदार लिखा है. मृतक के परिवार में उनकी पत्नी और एक 20 वर्षीय बेटा है.
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