महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश पैदल अपने घरों की और जा रहे थे

औरंगाबाद: महाराष्ट्र में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया. 16 प्रवासी मजदूर एक ट्रेन की चपेट में आ गए. घटना मुंबई से 360 किलोमीटर दूर औरंगाबाद जिला स्थित करमाड की है. सभी मजदूर पटरी के सहारे जालना से भुसावल की ओर पैदल अपने घर (मध्य प्रदेश) लौट रहे थे. थकान की वजह से सभी मजदूर पटरी पर ही लेट गए. सुबह सवा पांच बजे एक ट्रेन वहां से गुजरी. मजदूरों को संभलने का भी मौका नहीं मिला और सभी ट्रेन की चपेट में आ गए. रेलवे के अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है. रेलवे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.

पुलिस और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के अफसर मौके पर पहुंच गए हैं. अभी तक मजदूरों की शिनाख्त नहीं हो सकी है. बताया जा रहा है कि हादसा बेहद दर्दनाक था. घटना के समय इलाके में चीख-पुकार मच गई. मिली जानकारी के अनुसार, मजदूरों को ट्रैक पर देखने के बाद लोको पायलट ने मालगाड़ी को रोकने की काफी कोशिश की लेकिन फिर भी सही समय पर ट्रेन नहीं रुक पाई. हादसे का शिकार हुए 14 मजदूरों की मौत हो चुकी है. 5 लोग घायल हैं. औरंगाबाद के सरकारी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है. पीएम ने ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल हादसे में जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं. रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल से बात कर चुका हूं और वह स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. हर संभव मदद दी जा रही है.’

कई राज्यों ने अपने-अपने राज्यों के मजदूरों व कामगारों को वापस लाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं. यह ट्रेनें अन्य राज्यों में फंसे हुए लोगों को उनके राज्य पहुंचा रही हैं. इसके बावजूद लोगों के अपने राज्य पैदल जाने का सिलसिला नहीं थम रहा है. काफी संख्या में लोग सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर पैदल भी अपने राज्य लौट रहे हैं.