मुंबई: निशान हिंदुस्तान, शहंशाहे जज़्बात, ट्रेजेडी किंग, हिंदी फिल्मों के अज़ीम फनकार मोहम्मद युसूफ खान जिन्हें दुनिया दिलीप कुमार के नाम से जानती है आज स्वर्ग सिधार गए. जुहू कब्रिस्तान में शाम पांच बजे नम आँखों से उनके परस्तारों ने उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया। दिलीप कुमार का जनाजा उनके पाली हिल स्थित घर से निकालकर जुहू कब्रिस्तान शाम पांच बजे के करीब पहुंचा। यहां पहले उनके शव को कब्र में रखा गया और फिर मिट्टी डाली गई। इसके बाद पुलिस के जवानों ने फायर कर उन्हें सलामी दी। महाराष्ट्र सरकार ने बताया था कि उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। इस दौरान कई बॉलीवुड हस्तियां और दिलीप कुमार के पारिवारिक सदस्य मौजूद रहे।

गौरतलब है कि बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे उनका निधन हो गया। वे 98 साल के थे। उनके परिवार के सदस्यों और उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों ने यह जानकारी दी। हिंदी फिल्म जगत में ‘ट्रेजेडी किंग’ के नाम से मशहूर दिलीप कुमार 98 वर्ष के थे। वह पिछले मंगलवार से यहां स्थित हिंदुजा अस्पताल की गैर-कोविड गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती थे।

उनके आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जानकारी दी गई कि अभिनेता का अंतिम संस्कार शाम पांच बजे सांताक्रूज मुंबई के जुहू कब्रिस्तान में किया जाएगा। उनका इलाज कर रहे डॉ. जलील पारकर ने बताया, ‘‘लंबी बीमारी के कारण सुबह साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया।’’ कुमार के परिवार में उनकी पत्नी एवं अदाकारा सायरा बानो है। दिलीप कुमार के पारिवारिक मित्र फैसल फारूकी ने अभिनेता के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर सुबह आठ बजकर एक मिनट पर लिखा, ‘‘ भारी मन और बेहद दु:ख के साथ, मैं यह घोषणा कर रहा हूं कि कुछ मिनट पहले हमारे प्यारे दिलीप साहब का निधन हो गया। हम अल्लाह के बंदे हैं और हमें उनके पास ही लौटकर जाना होता है।’’ कुमार का पार्थिव शरीर सुबह करीब साढ़े नौ बजे उनके पाली हिल पहुंचा, जहां उनके प्रशंसकों और धर्मेंद्र, शबाना आजमी, विद्या बालन तथा निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। कुमार के घर के बाहर बेहद भावुक धर्मेंद्र ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ मैं आज बहुत दुखी हूं, मैं कुछ नहीं कह सकता। मैंने अपने भाई को खो दिया।’’

अस्पताल से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि अभिनेता कई साल से बीमार थे, उन्हें प्रोस्टेट कैंसर और फेफड़ों की बीमारी सहित कई बीमारियां थी। एक छोटा आईसीयू उनके घर पर भी बनाया गया था। कुमार को सांस लेने में तकलीफ के कारण पिछले महीने छह जून को भी इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय उनके फेफड़ों के बाहर तरल पदार्थ एकत्र हो गया था, जिसे चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक निकाल दिया था और पांच दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। कुमार का असली नाम युसूफ खान था। उनका जन्म 11 दिसम्बर 1922 को पेशावर में हुआ था।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है। राष्ट्रपति ने कुमार के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘ दिलीप कुमार उभरते भारत का इतिहास खुद में समेटे थे। अभिनेता के आकर्षण ने सभी सीमाओं को पार किया और पूरे उपमहाद्वीप में उन्हें प्यार मिला। उनके निधन से एक युग का अंत हो गया। दिलीप साहब भारत के दिल में हमेशा जिंदा रहेंगे। उनके परिवार और असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘दिलीप कुमार जी को सिनेमा जगत के दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा। वह अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे और इस वजह से सभी पीढ़ियों के दर्शकों के चहेते थे। उनका निधन हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए नुकसान है। उनके परिवार, मित्रों और असंख्य चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ” दिलीप कुमार जी के परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। भारतीय सिनेमा में उनके अद्भुत योगदान को आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी।” मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने ट्वीट किया, ‘‘ भारतीय सिनेमा का इतिहास जब भी लिखा जाएगा, वह हमेशा ‘दिलीप कुमार से पहले, और दिलीप कुमार के बाद’ होगा…उनकी आत्मा की शांति के लिए मेरी दुआ और परिवार को इस नुकसान को सहन करने की शक्ति के लिए प्रार्थना।’’ अभिनेत्री शबाना आजमी ने लिखा, ‘‘ अलविदा दिलीप साहब । आपको नहीं पता कि मैं आपकी एक्लव्य हूं। सभी फिल्मों के लिए शुक्रिया। भाषा, गरिमा और सामाजिक रूप से जिम्मेदार होने के लिए शुक्रिया।’’

फिल्मकार सुभाष घई ने ट्वीट किया, ‘‘ दिलीप सहाब चले गए। मुझे निजी क्षति पहुंची है…कुछ भी कहने को शब्द नहीं है।’’ अक्षय कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘ दुनिया के लिए कई हीरो हो सकते हैं, लेकिन हम अभिनेताओं के लिए केवल वही एक हीरो थे। दिलीप कुमार सर सिनेमा जगत का एक युग भी अपने साथ ले गए। परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।’’ अजय देवगन ने दिलीप कुमार के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘‘ किंवदंती बन चुके अभिनेता के साथ अनेक पल बिताए, जिनमें से कुछ बेहद निजी थे, तो कुछ सार्वजनिक…… लेकिन इस पल के लिए तैयार नहीं था। एक संस्था..एक शाश्वत अभिनेता। दिल टूट गया है। सायरा जी के प्रति मेरी गहरी संवेदनाए।’’

अभिनेता मनोज बाजपेयी ने भी कुमार के निधन पर दुख व्यक्त किया और लिखा, ‘‘ आप जैसा कोई नहीं हो सकता… यहां से आगे का आपका सफर अच्छा हो… भगवान आपकी आत्मा को शांति दे।’’ हिंदी फिल्मों के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में गिने जाने वाले दिलीप कुमार ने 1944 में ‘ज्वार भाटा’ फिल्म से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी और अपने पांच दशक लंबे कॅरियर में ‘मुगल-ए-आजम’, ‘देवदास’, ‘नया दौर’ तथा ‘राम और श्याम’ जैसी अनेक हिट फिल्में दीं। वह आखिरी बार 1998 में आई फिल्म ‘किला’ में नजर आए थे।